आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। हिमाचल विधानसभा में आज फिर से सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। जल शक्ति मंत्री सिंह ठाकुर द्वारा कांग्रेस विधायक पवन काजल पर की गई टिप्पणी के बाद विपक्ष सदन में खड़ा हो गया और नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर आ गया। इससे पहले बजट पर चर्चा के दौरान पवन काजल ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत 4000 करोड़ रुपए का बजट मिला है। इसमें से 1250 करोड़ रुपए अकेले मंडी जिला को दे दिए गए। ज्यादातर पैसा जल शक्ति मंत्री के हल्के पर खर्च किया गया, जबकि प्रदेश के सबसे बड़े एवं 15 विधानसभा क्षेत्रों वाले कांगड़ा जिला को केवल 850 करोड़ रुपए दिए गए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि योजना सिंचाई के तहत इन चार सालों में कुल बड़ी 14 स्कीम मंजूर की गई है। इनमें से भी 11 स्कीम जल शक्ति मंत्री मंडी ले गए हैं। कांगड़ा से चीफ इंजीनियर PWD दफ्तर भी अनयत्र दूसरी जगह शिफ्ट किया गया। इस पर जल शक्ति मंत्री भड़ गए। उन्होंने कांग्रेस विधायक पर तीखी टिप्पणी कर दी। इससे नाराज विपक्ष ने सदन से वॉक-आउट कर दिया।
मुख्यमंत्री के बाद अब उनके मंत्री भी अशिष्ट भाषा कर रहे प्रयोग: अग्निहोत्री
सदन से वॉक-आउट के बाद नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सदन के भीतर पहले मुख्यमंत्री विपक्ष के सदस्यों को धमकी दे रहे थें। अब उनके मंत्री भी कांग्रेस विधायकों को धमकाने लगे हैं। उन्होंने कहा कि सदन में सत्तापक्ष की अमर्यादित भाषा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विपक्ष इससे डरने वाला है। उन्होंने कहा कि सत्तापक्ष निरंतर असंसदीय भाषा का प्रयोग कर रहा है। ऐसा करके विपक्ष की आवाज को दबाने का पर्यास किया जा रहा है।