आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। हिमाचल सरकार चिट्टे पर रोक के लिए एक्शन मोड में आ गई है। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पांच ग्राम से कम चिट्टा मिलने पर भी जमानत नहीं देने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है। हिमाचल विधानसभा से पारित यह प्रस्ताव मंजूर होने से नशे के इस कारोबार पर लगाम लग सकती है। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों तक इसकी सप्लाई पहुंचना चिंतनीय है। नशा निवारण केंद्रों में भी सप्लाई होने की शिकायतें मिली हैं।
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उन्होंने कहा कि बीते तीन साल में 4445 लोग गिरफ्तार किए हैं।आरोपियों की 14.33 करोड़ की संपत्ति जब्त भी की है। इस साल एक जनवरी से 31 अगस्त तक पुलिस ने साढ़े 11 किलो चिट्टा पकड़ा है। इस साल 1574 केस हो चुके हैं। इनमें 2136 पुरुष व 79 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल में चिट्टे का कारोबार विदेशों से किया जा रहा है। अफगानिस्तान और पाकिस्तान में बैठे ड्रग डीलर नशे की खेप को हिमाचल पहुंचा रहे हैं। दिल्ली में नाइजीरियन भी इस धंधे को चला रहे हैं। पुलिस ड्रोन तकनीक का भी इस्तेमाल कर चिट्टे के तस्करों पर नजर रख रही है।