आदर्श हिमाचल ब्यूरो
मंडी। शिक्षा, भाषा एवं संस्कृति मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश राष्ट्रीय शिक्षा निति को को लागू करने वाले देश का पहला राज्य है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सभी क्षेत्रों में शिक्षा के सुदृढ़ीकरण पर विशेष बल दे रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए ऑनलाईन शिक्षा व्यवस्था की दिशा में भी बेहतरीन कार्य किए जा रहे हैं।
गोविन्द सिंह ठाकुर गोविन्द सिंह ठाकुर आज रिवालसर के धार में सामाजिक संचार एवं शिक्षा समिति द्वारा इंटरग्रेटिड इंटरकनेक्टेड प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग सिस्टम (स्कूल का डिजिटलीकरण) पर आधारित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि समिति द्वारा तैयार की गई इस प्रणाली को विशेषज्ञों द्वारा परखा जाएगा और खरा उतरने पर इसे प्रदेश में लागू करने पर विचार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि समिति द्वरा जिला के 877 सरकारी व निजी स्कूलों की वैबसाईट तैयार कर इन सबको इंटर कनेक्ट कर सराहनीय कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान युग नवीनतम तकनीक का है।
समिति द्वारा तैयार किया गया सिस्टम संस्कृत भाषा में है और इस हैक नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि दुनिया के विकसित देशों में मातृ भाषा पहले पढ़ाई जाती है उसके बाद अन्य भाषाएं पढ़ाई जाती है। उन्होंने आहवान किया कि मातृ भाषा के प्रयोग पर विशेष बल दिया जाना चाहिए साथ ही अन्य भाषाओं का ज्ञान भी महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कोरोना से बचाव बारे भी लोगों को जागरूक किया और इस मौके पर उपस्थित जनसमूह को कोरोना से बचाव व सावधानियों का पालन करने बारे शपथ भी दिलाई। उन्होंने कहा कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है इसलिए सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।
इससे पूर्व उन्होंने राजकीय महाविद्यालय रिवालसर के निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण किया और सम्बन्धित अधिकारियों को निर्माण कार्य को पूरी गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा करने के निर्देश दिए।