शिमला : हिमाचल के मजबूत स्वास्थ्य ढांचे, स्वास्थ्य कर्मियों के प्रयास और सरकार की मेहनत के अच्छे नतीजे सामने आ रहे हैं. हिमाचल देश में सबसे पहले कोरोना के खिलाफ जंग जीतने की ओर बढ़ रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि सीरो सर्वे के मुताबिक, हिमाचल में इस समय छह जिलों के 85 फीसदी लोगों के शरीर में एंटीबॉडीज़ बन चुकी है. एंटीबॉडीज़ बनने का साधारण शब्दों में अर्थ है- कोरोना के खिलाफ लड़ने की क्षमता विकसित होना.
हिमाचल प्रदेश में हाल ही में सीरो सर्वे करवाया गया था. यह सर्वे पहली सितंबर से 14 सितंबर तक चला था. अब तक आए छह जिलों के आंकड़ों से साफ हुआ है कि यहां के क़रीब 85 फीसदी लोगों में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडीज़ तैयार हो चुकी हैं. माना जा रहा है कि बाकी जिलों के नतीजे भी इससे अलग नहीं होंगे.
हिमाचल देश भर में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर नंबर एक पर चल रहा है. हाल ही में हिमाचल ने सभी वयस्कों को पहली डोज लगाने का लक्ष्य हासिल किया था और 38% पात्रों को सेकंड डोज भी लगाई जा चुकी है. सीरो सर्वे से सकारात्मक नतीजों का श्रेय हिमाचल प्रदेश में चल रहे प्रभावी वैक्सीनेशन अभियान को भी दिया जा रहा है.
कांगड़ा और शिमला के नतीजे शामिल
सीरो सर्वे में किसी खास व्यक्ति को चुनकर सैंपलिंग नहीं की गई थी. इसमें रैंडम सैंपलिंग अभियान चलाया गया था. इसी सीरो सर्वे में जिन जिलों के आंकड़े सामने आए हैं उनमें कांगड़ा, चंबा, बिलासपुर, हमीरपुर, कुल्लू और शिमला शामिल हैं.
अभी बाकी जिलों से सैंपलिंग की रिपोर्ट नहीं आई है, लेकिन ये आंकड़े इसलिए भी राहत दे रहे हैं क्योंकि अब तक जिन जिलों से रिपोर्ट सामने आई है, उनमें प्रदेश का सबसे बड़ा जिला कांगड़ा शामिल है. इसके अलावा तीसरे बड़े जिला शिमला की रिपोर्ट भी इसमें शामिल है.
12 जिलों से लिए गए 4800 सैंपल
लोगों में एंटी बॉडी का पता लगाने के लिए स्पेशल अभियान में अलीसा टेस्ट किए गए हैं. पहली सितंबर से 14 सितंबर तक चले अभियान में करीब 4800 लोगों के सैंपल लिए गए. इन सैंपल में से आधे जिलों की रिपोर्ट आ चुकी है. पूरी रिपोर्ट आने के बाद हिमाचल इसे राष्ट्रीय संस्था आईसीएमआर को भेजेगा. अब स्वास्थ्य विभाग मंडी सोलन, किन्नौर, लाहौल स्पीति, सिरमौर और ऊना जिला की रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है.