हिमाचल के वैज्ञानिक राकेश ठाकुर को मिला राष्ट्रीय राजभाषा गौरव पुरस्कार

0
17

आदर्श हिमाचल ब्यूरों

शिमला| हिंदी तकनीकी साहित्य में उत्कृष्ट योगदान के लिए हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ रक्षा वैज्ञानिक राकेश कुमार ठाकुर को भारत सरकार द्वारा राजभाषा गौरव पुरस्कार-2024 से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार हिंदी दिवस-2025 के अवसर पर गुजरात के अहमदाबाद में आयोजित पांचवें अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन में कानून एवं न्याय मंत्रालय के राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल द्वारा प्रदान किया गया।

राकेश कुमार ठाकुर को यह सम्मान उनकी तकनीकी हिंदी में प्रकाशित पुस्तक “उच्च तनाव-दर पर अभियंत्रिकी पदार्थों का परीक्षण” के लिए दिया गया है। पुस्तक में रक्षा अनुसंधान में प्रयुक्त उच्च तनाव-दर परीक्षण विधियों एवं तकनीकों को सरल एवं प्रभावशाली हिंदी में प्रस्तुत किया गया है। इसमें SHPB तकनीक, विस्फोटक पदार्थों, एल्यूमिनियम, पॉलियूरीथेन फोम पर किए गए परीक्षणों के परिणाम और शॉक ट्यूब, विस्फोट शमन तकनीक जैसे जटिल विषयों को व्यापक रूप से समझाया गया है। यह पुस्तक वैज्ञानिकों, अभियंताओं के साथ साथ रक्षा अनुसंधान, निर्माण, परीक्षण और डिज़ाइन से जुड़े तकनीकी संस्थानों, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के लिए भी अत्यंत उपयोगी मानी जा रही है, इस पुस्तक में तकनीकी हिंदी शब्दों के साथ उनके अंग्रेज़ी समकक्ष शब्द भी शामिल हैं, और अंत में एक तकनीकी हिंदी शब्दकोश भी संलग्न है।

इस दौरान राकेश ठाकुर का जन्म 1981 में हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर में हुआ, उन्होंने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, हमीरपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और 2003 में DRDO में वैज्ञानिक ‘बी’ के पद पर नियुक्त हुए। उन्हें वर्ष 2010 में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम द्वारा युवा वैज्ञानिक पुरस्कार से भी नवाजा गया। राकेश कुमार ठाकुर ने विस्फोटक सामग्री, शॉक ट्यूब, ब्लास्ट पैनल एवं एटीडी जैसे क्षेत्रों में कई नवाचार किए हैं, उनके एक पेटेंट को 2023 में मंजूरी मिली और अमेरिका में मानव शरीर पर ब्लास्ट परीक्षणों के प्रभाव के अध्ययन में भी उनका योगदान सराहनीय रहा है।