विश्व बैंक पोषित परियोजना के तहत रोहड़ू में बागवानी विभाग खर्च करेगा इतने लाख रूपये

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। विश्व बैंक पोषित परियोजना के तहत हिमाचल में 1134 करोड़ रूपये की धनराशि बागवानी विभाग खर्च करेगा। इसी परियोजना के तहत रोहड़ू और चिड़गांव में बागवानी विभाग विभिन्न कलस्टरों में बांट कर खर्च करने जा रहा है। परियाजोना के तहत पेजा कलस्टर के लिए एक करोड़ दोलाख रूपये की लागत से कार्य शुरू हो गया है।

हीं सीमा कलस्टर के लिए 96 लाख और ब्रासली कलस्टर के लिए 58 लाख रूपये की धनराशि मंजूर हो गई है। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई हैं। इसके अलावा ब्रासली कलस्टर डिसवाणी, जगोटी कलस्टर, बूठ- जगोठी कलस्टर की डीपीआर बनाने का कार्य शुरू हो गया है। सारीबसा, टोडसा थाना, जांगला- बडियारा कलस्टर का सर्वे कार्य चल रहा है। इसी कड़ी में मसली, आंध्रा व बलाड़ा और बच्छूछ के सर्वे करने की तैयारी में भी बागवानी विभाग जुट गया है। बागवानी विभाग ने रोहड़ू और चिड़गांव में कलस्टर बनाने के लिए जनता के सहयोग की अपील की हैं।

जल भंडारण के लिए बागवानी विभाग ने रोहड़ू व चिड़गांव के क्षेत्रों को कलस्टर के आधार पर आबंटित किया है। इसमें समोली कलस्टर, मेंहदली कलस्टर, बदशाल गाहरोट कलस्टर स्पेल वेली कलस्टर, भमनोली कलस्टर, क्लोटी कलस्टर, गवास भटवाड़ी कलस्टर, जलवारी नंदला कलस्टर, बनोटी कलस्टर, खबल-टिकरी कलस्टर, धनंदरवाड़ी कलस्टर को शामिल किया है। बागवानी विभाग क्षेत्रों के मुताबिक यह परियोजना उन्हीं क्षेत्रों को लाभान्वित करेगी जहां पानी को लाने कीसंभावना हो और पंाच हेक्टेयर भूमि में सेब पौधे लगने हो।
वहीं बागवानी विशेषज्ञ समीर राणा का कहना हैं कि विश्व बैंक पोषित परियोजना के तहत रोहड़ू में भी बागवानी को लाभांवित किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत रोहड़ू और चिड़गांव को कलस्टर के आधार पर आबंटित किया गया है। तीन कलस्टर सीमा, पेजा और ब्रासली के लिए धनराशि भी मंजूर हो गई है। अन्य कलस्टरों के लिए भी पैसा मंजूर करने की प्रक्रिया चल रही हैं।