आदर्श हिमाचल पुलिस
शिमला। हिमाचल प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच पुलिस लगातार फ्रंटलाइन पर काम कर रही है। कई बार पुलिस को अपने व्यवहार के कारण आलोचनाओं का शिकार भी होना पड़ता है। लेकिन बीती रात शिमला पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया है, जिसकी चारों तरफ प्रशंसा क जा रही है। जानकारी के अनुसार राजधानी शिमला के संजौली इलाके में बीती रात जब आस-पड़ोस के लोगों ने कोरोना संक्रमित मरीज की सहायता में असमर्थता जताई, तब पुलिस ने मदद का हाथ आगे बढ़ाकर कोरोना संक्रमित को अस्पताल पहुंचाया।
दरअसल 14 मई को रात साढ़े 9 बजे इंजन घर की पार्षद आरती चौहान ने पुलिस को सहायता के लिए संपर्क किया। पार्षद ने बताया कि संजौली इलाके में एक 90 वर्षीय महिला और 72 वर्षीय पुरूष का ऑक्सीजन लेवल घट रहा है। आसपास के लोग सहायता करने में असमर्थता जता रहे हैं। मदद की इस गुहार के बाद पुलिस जवान हेड कांस्टेबल तेजा सिंह की अगुवाई में कांस्टेबल नीरज और सुरेश पीपीई किट डालकर सहायता के लिए पहुंचे। मौके पर पहुंची पुलिस जवानों ने इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज की टीम के साथ संपर्क किया।
72 वर्षीय बुजुर्ग तो चलने की हालत में था, लेकिन 90 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने चलने में असमर्थता जताई। इसके बाद पुलिस कर्मियों ने बुजुर्ग महिला को उठाकर एंबुलेंस तक पहुंचाया। पुलिस जवानों ने इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला से आई एंबुलेंस की टीम के साथ मिलकर दोनों बुजुर्गों को अस्पताल में देर रात 1 बजे भर्ती करवाया। पुलिस की इस असाधारण कोशिश से दोनों बुजुर्ग अस्पताल पहुंचे और स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।
इस मामले पर शिमला पुलिस अधीक्षक मोहित चावला ने कहा कि शिमला पुलिस लगातार लोगों की सेवा कर रही है। जब भी उन्हें इस तरह के किसी मामले की सूचना मिलती है, तो पुलिस जवान आगे बढ़कर लोगों की सहायता करते हैं। उन्होंने इस असाधारण कार्य के लिए पुलिस जवानों की प्रशंसा की है।











