नई दिल्ली: भारत की गाड़ी विकास पथ पर दौड़ रही है और इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश लगातार नए नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। वित्त वर्ष 2021-22 में भारत ने इतिहास रचते हुए पहली बार 400 बिलीयन डॉलर्स के निर्यात का आंकड़ा छुआ है। गौरतलब है कि यह 400 बिलीयन डॉलर्स का निर्यात केवल वस्तुओं का निर्यात है इसमें अगर सेवाओं और आई.टी. का निर्यात भी जोड़ लें तो भारत का निर्यात कुल 600 बिलियन को पार कर जाएगा।
मौजूदा वित्त वर्ष के खत्म होने में अभी कुछ दिन शेष है लेकिन भारत पहले ही 400 बिलियन डॉलर का निर्यात कर चुका है ऐसे में संभावना है कि यह निर्यात का आंकड़ा 420 या 430 बिलीयन डॉलर्स तक पहुंच जाएगा।
India set an ambitious target of $400 Billion of goods exports & achieves this target for the first time ever. I congratulate our farmers, weavers, MSMEs, manufacturers, exporters for this success.
This is a key milestone in our Aatmanirbhar Bharat journey. #LocalGoesGlobal pic.twitter.com/zZIQgJuNeQ
— Narendra Modi (@narendramodi) March 23, 2022
इसे मेक इन इंडिया की एक सफलता के तौर पर भी देखा जा सकता है। देश में फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट बढ़ रहा है और मैन्युफैक्चरिंग की दुनिया में देश अपने कदम फैला रहा है मगर अभी देश के सामने चुनौतियां भी बहुत है।
बड़ी चुनौतियां अभी बाक़ी, भारी आयात चिंताजनक
जहां पिछले वर्ष के मुकाबले इस वित्त वर्ष में भारत के निर्यात में कुल 37 फ़ीसदी का उछाल देखने को मिला है तो वही देश के सामने एक गंभीर समस्या आयात की है दरअसल भारत जितना एक्सपोर्ट करता है उससे ज्यादा आयात करता है ऐसे में देश में फिजिकल डेफिसेट बढ़ जाता है जो चिंताजनक है तो वहीं दूसरी ओर हमारे पड़ोसी चीन की बात करें तो पिछले वित्त वर्ष में चीन का निर्यात 3 ट्रिलियन को पार कर गया जो भारत के लिए चुनौतीपूर्ण है ऐसे में चीन के साथ होड़ करना और आयात को कम करना देश के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।