आदर्श हिमाचल ब्यूरो
सोलन। शूलिनी विश्वविद्यालय और शूलिनी इंस्टीट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज एंड बिजनेस मैनेजमेंट (एसआईएलबी) ने सामूहिक योग सत्र आयोजित करके अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया।
स्कूल ऑफ एंशिएंट इंडियन विजडम एंड योगिक स्टडीज ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए मिल्खा सिंह स्टेडियम में एक सामान्य योग प्रोटोकॉल (सीवाईपी) अभ्यास सत्र का आयोजन किया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रोफेसर उषा टंडन, डीन फैकल्टी ऑफ लॉ, दिल्ली विश्वविद्यालय थीं। विभिन्न विभागों के सभी संकाय, कर्मचारी और छात्रों ने एक साथ CYP का अभ्यास किया।
कार्यक्रम की शुरुआत योग दिवस की उत्पत्ति की व्याख्या के साथ हुई। स्कूल ऑफ एंशिएंट इंडियन विजडम एंड योगिक स्टडीज के प्रमुख डॉ. सुबोध के अनुसार, योगाभ्यास स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है और हर किसी को इसे जरूर करना चाहिए।
ब्रिगेडियर. सुनील मेहता ने मुख्य अतिथि प्रोफेसर उषा टंडन का स्वागत किया। प्रो. उषा ने कहा कि वह शूलिनी विश्वविद्यालय में योग का एक पूर्ण विभाग देखकर बेहद खुश हैं। उन्होंने शूलिनी विश्वविद्यालय के छात्रों और संकाय द्वारा प्रदर्शित योग अभ्यास की सराहना भी की।
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शूलिनी इंस्टीट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज एंड बिजनेस मैनेजमेंट (एसआईएलबी) में भी योग सत्र आयोजित किया गया , जिसका संचालन शूलिनी विश्वविद्यालय की योग गुरु सुमन रावत और उनकी टीम द्वारा किया गया ।
योग सत्र में कई योग क्रियाएं और आसन किए गए। योग सत्र में संस्थान की अध्यक्ष श्रीमती सरोज खोसला और निदेशक शालिनी शर्मा सहित सभी शिक्षकों, छात्रों और कर्मचारियों ने भाग लिया ।
सत्र के अंत में योग गुरुओं को बधाई देते हुए चेयरपर्सन (एसआईएलबी) श्रीमती सरोज खोसला ने सभी योग साधकों को योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। उनका दावा है कि योग न केवल मानव शरीर बल्कि मन को भी शुद्ध करता है। सही ढंग से समझने पर योग आत्मा का परमात्मा से संबंध है।