आत्मरक्षा, महिला सशक्तिकरण और नशीली दवाओं की लत के खिलाफ अमेरिका में अंतर्राष्ट्रीय गतका सेमिनार आयोजित

अंतरराष्ट्रीय खेलों में गतका की भागीदारी के लिए एकजुट प्रयास की जरूरत : हरजीत ग्रेवाल

आत्मरक्षा, महिला सशक्तिकरण और नशीली दवाओं की लत के खिलाफ अमेरिका में अंतर्राष्ट्रीय गतका सेमिनार आयोजित
आत्मरक्षा, महिला सशक्तिकरण और नशीली दवाओं की लत के खिलाफ अमेरिका में अंतर्राष्ट्रीय गतका सेमिनार आयोजित

 

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो 

 

चंडीगढ़ : गतका खेल की सर्वोच्च संस्थावर्ल्ड गतका फेडरेशन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मार्शल आर्ट गतका को बढ़ावा देने और मान्यता दिलाने के लिए गुरुद्वारा ग्लेन रॉकन्यू जर्सीअमेरिका में एक प्रभावशाली अंतर्राष्ट्रीय गतका सेमिनार का आयोजन किया। इंटरनेशनल सिख मार्शल आर्ट्स काउंसिल (इसमाकके सहयोग से “गतकाआत्मरक्षामहिला सशक्तिकरण और नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ” विषय के तहत इस सेमिनार के दौरान गतका प्रमोटरविशेषज्ञप्रतिष्ठित व्यक्तित्व और गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के सदस्य ने समसामयिक चुनौतियों से निपटने और गतका खेल को बढ़ावा देने के लिए सामूहिक रूप से इस खेल के विशेष महत्व पर जोर दिया

 

 

इस पहले गतका सेमिनार में गतका क्षेत्र की प्रतिष्ठित हस्तियों ने भाग लियाजिनमें नेशनल गतका एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनजीएआईऔर वर्ल्ड गतका फेडरेशन (डब्ल्यूजीएफके अध्यक्ष हरजीत सिंह ग्रेवालविश्व गतका फेडरेशन के महासचिव डॉदीप सिंह और गतका फेडरेशन कनाडा के संगठनात्मक सचिव जनमजीत सिंह ने सेमिनार के मुख्य विषयों पर अपनी विशाल विशेषज्ञता के साथ दर्शकों को गहन जानकारी प्रस्तुत की

 

 

अपने संबोधन के दौरान गतका प्रमोटर हरजीत सिंह ग्रेवाल ने आत्मरक्षा के आसान और सस्ते साधन के रूप में गतका के तत्वों को विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा कि गतका सिख शास्त्र विद्या का अभिन्न अंग है। यह  केवल एक युद्ध कला है बल्कि शास्त्र विद्या की एक संपूर्ण प्रणाली है जिसमें शारीरिक और मानसिक शक्ति के साथसाथ आध्यात्मिक अनुशासन भी शामिल है उन्होंने कहा कि गतका सांस्कृतिक सीमाओं से ऊपर उठ कर दुनिया भर में विभिन्न समुदायों के बीच आपसी समझसांप्रदायिक एकता और वैश्विक सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए एक पुल के रूप में कार्य कर सकता है

 

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डॉदीप सिंह ने महिला सशक्तिकरण के लिए गतका को एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में उपयोग करने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि आत्मरक्षा के रूप में गतका कला को बढ़ावा देने से विशेष रूप से महिलाओं को अपनी सुरक्षा करने की क्षमता से सशक्त करने में मदद मिलेगी और दुनिया में बढ़ते अपराधों से खुद को बचा सकती है। उन्होंने गतका कला सीखने की समावेशी प्रकृति पर प्रकाश डाला क्योंकि इसमें कोई लिंग बाधा नहीं है जिसके माध्यम से महिलाएं मानसिक शक्ति और लचीलापन अपनाने में सक्षम हो सकती हैं

 

 

 

अपने संबोधन में जनमजीत सिंह ने हर इंसान के लिए जंगजू कला के महत्व और नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ लड़ाई में गतके की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।  उन्होंने कहा कि नशे के सेवन के कारण आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए पीड़ित इस कला के अनुशासित अभ्यास के दौरान अपनी ऊर्जा और ध्यान केंद्रित करके बेहतर जीवन जीने का रचनात्मक तरीका ढूंढ सकते हैं। उन्होंने भावी पीढ़ियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए गतका अपनानेमहिलाओं के सशक्तिकरण और नशीली दवाओं के उपयोग को रोकने के लिए गतका का उपयोग करने में एकजुटता का आह्वान किया

 

 

इंटरनेशनल सिख शास्त्र विद्या काउंसिल (इसमाकके प्रवक्ता लखबीर सिंह खालसा ने कहा कि गतके की मदद से हम  केवल अपने अनमोल सांस्कृतिक खजाने को संरक्षित कर सकते हैंबल्कि अपनी कौम को आत्मरक्षा से भी लैस कर सकते हैंजिनके माध्यम से बड़ी चुनौतियों का सामना  एक सुरक्षित और अधिक सामंजस्यपूर्ण विश्व का निर्माण किया जा सकता है