आदर्श हिमाचल ब्यूरो
विकासनगर: पछुवादून, जौनसार के प्राथमिक शिक्षकों के सम्मेलन में शिक्षकों ने शिक्षा के साथ ही संस्कृति और पर्यावरण के संरक्षण के लिए गंभीर प्रयास किए जाने पर मंथन किया। वक्ताओं ने कहा कि बच्चों में बोली, भाषा और संस्कृत के प्रति जागरूकता पैदा करना जरूरी है।
पछुवादून, जौनसार के प्राथमिक शिक्षकों का शुक्रवार को बाड़वाला के यमुना किनारे स्थित एक वेडिंग प्वाइंट में एक दिवसीय सम्मेलन संपन्न हुआ। शिक्षकों को संबोधित करते हुए कालसी ब्लॉक की खंड शिक्षाधिकारी पूजा नेगी दानू ने कहा कि प्राथमिक कक्षा से ही बच्चों में अपनी बोली भाषा और संस्कृति के प्रति जागरूकता पैदा की जानी जरूरी है। बोलियों का संरक्षण हमारी सांस्कृतिक परंपराओं की रक्षा के लिए जरूरी है।
कहा कि स्थानीय बोली भाषा किसी भी संस्कृति की जीवन रेखा होती है। बोली भाषा संस्कृति को मजबूत करती है, जबकि संस्कृति समाज को मजबूत बनाती है। कहा कि संस्कृति और पारंपरिक रीति रिवाज बचपन से ही बच्चों को समाज से जोड़कर सामाजिक सहभागिता की भावना को मजबूत करते हैं। उन्होंने शिक्षकों से अपनी संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण को एकजुट होकर गंभीर प्रयास करने की सलाह दी।
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र रावत ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की शिक्षा भी बचपन से ही शुरू की जानी चाहिए। जब एक अबोध बालक अपने आस-पास की नैसर्गिक सुंदरता से प्रसन्न होता है, तो एक परिपक्व मस्तिष्क उसके विनाश की बात क्यों सोचता है। इसलिए हमें यह प्रयास करना चाहिए कि हम लोगों को ज्यादा से ज्यादा प्राकृतिक सुंदरता का अनुसरण कराएं और इससे संबंधित ज्ञान दें।
कहा कि इसके लिए जरूरी है कि बचपन से ही बच्चों को पर्यावरण संरक्षण की शिक्षा भी दी जानी चाहिए। स्थानीय संस्कृति, रीति रिवाजों और परंपराओं को पर्यावरण से जोड़कर बच्चों को बचपन से ही पर्यावरण प्रहरी के तौर पर तैयार किया जा सकता है। सम्मेलन में कई अन्य शिक्षकों ने भी संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण के लिए गंभीर प्रयास किए जाने पर जोर दिया।
इस दौरान संघ के जिला कोषाध्यक्ष विनोद लखेड़ा, संरक्षक शशि दिवाकर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष गंभीर रावत, उपाध्यक्ष गंभीर कश्यप, जूहा शिक्षक संघ के विकासनगर ब्लॉक अध्यक्ष सुरेश नौटियाल, पूर्व जिलाध्यक्ष अनंत सोलंकी, देवेश डोभाल, राम नारायण रतूड़ी, मधु पटवाल, कमल सुयाल, अरविंद सोलंकी, पीतांबर तोमर, शैलेंद्र नेगी, लक्ष्मण सोलंकी, राकेश राणा, कुलदीप तोमर, रणवीर तोमर, एनडी जोशी, दीवान सिंह, कन्हैया सिंह रावत, राजपाल यादव, संजय कुमार, खुशीराम पांडे, दिनेश, नरेश राठौर, सत्यपाल, विपिन धीमान, रणवीर राय, महेंद्र पाल, इरशाद, संदीप रावत आदि मौजूद रहे।