पांवटा साहिब की किसान महापंचायत को असफल कहना हास्यास्पद, भाजपा को सता रहा है आधार खिसकने का डर : डा.  तंवर

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विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेब भण्डारी का बयान
विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेब भण्डारी का बयान

आदर्श हिमाचल ब्यूरो 

शिमला। किसानों की एकता और एकजुटता भाजपा और इसके कारकूनों को भयभीत करने लगी है। पांवटा साहिब में किसानों की महापंचायत को लेकर विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेब भण्डारी का बयान इस बात को पुख्ता करता है। किसान महापंचायत में हजारों किसानों की शिरकत से भाजपा का किसान विरोधी चेहरा न केवल बेनकाब हुआ है बल्कि उसे प्रदेश और देश में अपनी जड़ें कमजोर होती नजर आ रही है। प्रैस में जारी संयुक्त बयान में हिमाचल किसान सभा के राज्य अध्यक्ष और हिमाचल किसान मंच के सदस्य सत्यवान पुण्डीर ने कहा कि बलदेव भण्डारी का बयान हास्यास्पद है। किसान महापंचायत को असफल बताना उनका दृष्टिभ्रम नहीं बल्कि सिंहासन से उनकी प्रतिबद्धता हो सकती है जबकि वे इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि हिमाचल का किसान देश के किसानों के शाना.ब.शाना चल पड़ा है।

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किसान सभा अध्यक्ष डॉण् कुलदीप तँवर ने कहा कि बलदेव भण्डारी जिस औहदे पर बैठे हैं वहां से उन्हें किसानों के हित की बात करनी चाहिए। डॉण् तँवर ने कहा कि विपणन बोर्ड के माननीय अध्यक्ष को मालूम होगा कि प्रदेश के सेब बागवानों के करोड़ों रुपये सड़कछाप आढ़तियों ने हड़प लिये लेकिन विपणन बोर्ड चुप्पी साधे रहा। किसान संगठनों के संघर्ष के कारण माननीय उच्च न्यायालय के आदेश पर प्रदेश में एसण्आईण्टीण् बन पाई और डेढ़ हजार से अधिक बागवानों द्वारा मुकदमा दर्ज करवा कर 14 करोड़ से ज्यादा की लूटी हुई राशि को वापिस दिलवाने में कामयाब हुए। तथा 30 से अधिक आढ़तियों पर केस दर्ज करके जेल में भी डाला गया।

वहीं सत्यवान पुण्डीर ने कहा कि बलदेव भण्डारी किसान महापंचायत के बहाने अपनी स्थानीय राजनीति को साधने का प्रयास कर रहे हैं। उनकी छटपटाहट सिरमौर में उनके अपने और अपनी पार्टी के आधार के खिसकने की है। पुण्डीर ने कहा कि आने वाले समय में किसान आन्दोलन प्रदेश भर में फैलेगा और इस तरह की महापंचायतें अन्य जगहों पर भी की जाएगी। पुण्डीर ने कहा कि अपने पद की जिम्मेदारी को समझते हुए बल्देव भण्डारी को किसानों का विरोध करने के बजाय किसानों के पक्ष में आना चाहिए अन्यथा विपणन बोर्ड जैसी किसानों के कल्याण के लिए बनाई गई संस्था से त्यागपत्र दे देना चाहिए।