महिला वर्ग में आईटीवीपी और पुरूष वर्ग में यूटी लदाख रही विजेता

-महिला वर्ग में हिमाचल प्रदेश की टीम को मिला ब्रांज

आदर्श हिमाचल ब्यूरो 

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शिमला।आईस हॉकी एसोसियेशन आफ इंडिया, आईस हॉकी आफ लाहुल स्पिति एंव स्पिति प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान से महिला वर्ग की 11वीं एंव पुरूष वर्ग की 13वीं राष्ट्रीय आईस हॉकी चैम्पियनशिप 2024 का समापन बुधवार का आईस हॉकी रिंक में हुआ।

समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि जिलाधीश तोरूल एस रवीश ने शिरकत की। इसके साथ ही आईस हॉकी एसोसियेशन आफ इंडिया के महासचिव हरजिंद्र जींदी, सीओ आईटीबीपी बंसत कुमार नोगल, अध्यक्ष आईस हॉकी एसोसियेशन हिप्र अभय डोगरा और तहसीलदार डा कंचन ने बतौर विश्ष्ठि अतिथि शिरकत की। मुख्यातिथि को एडीसी राहुल जैन ने सम्मानित किया। इसके अलावा विश्ष्ठि अतिथियों को एसडीएम हर्ष अमरेंद्र सिंह नेगी ने सम्मानित किया। आईस हॉकी एसोसियेशन इंडिया, हिप्र और लाहुल स्पिति ने भी मुख्यातिथि व अन्य अतिथियों को सम्मानित किया।
समापन समारोह में एडीसी राहुल जैन स्वागत भाषण में प्रतियोगिता के बारे में विस्तृत जानकारी रखी और मुख्यातिथि व अन्य अतिथियों को विशेष आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि फरवरी माह में स्पिति में स्पिति कप का आयोजन किया जाएगा। इसमें स्पिति की टीमें ही हिस्सा लेंगी।

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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि जिलाधीश तोरूल एस रवीश ने कहा कि स्पिति के लिए गौरव की बात है कि यहां पर निरंतर आईस हॉकी की राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित हो रही है। यहां पर आधारभूत ढांचा तैयार हो रहा है। हम किन्नौर में भी प्रयास करेंगे कि आगामी कुछ समय में आइस हॉकी विकसित हो सके। उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगित में हिस्सा लेने वाली 11 टीमों के खिलाड़ियों को हार्दिक शुभकामानाएं है। इसके अलावा जो टीम विजेता है उनका खेल काबिले तारीफ था। वहीं जो टीमें जीत नहीं पाई है उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है बल्कि भविष्य के लिए अभी से अभ्यास करने की आवश्यकता है। खेलों में हार जीत चली रहती है। पुरूष और महिला वर्ग के फाइनल मैच काफी रोमांचक रहे है। मैं स्पिति प्रशासन और आईस हॉकी एसोसियेशन इंडिया, हिप्र और लाहुल स्पिति को भी सफल आयोजन के लिए बधाई देती हूं।
लाहुल स्पिति के विधायक प्रदेश से बाहर प्रवास पर होने के कारण कार्यक्रम में शिरकत नहीं कर पाए। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि इस प्रतियोगिता में महिला वर्ग में हिप्र की टीम ने कांस्य पदक जीता है। इस टीम के लिए 1 लाख रूपए की प्रोस्तसाहन राशि दी जाएगी। इसके अलावा समापन समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम के पेश करने बाले प्रतिभागियों को दस दस हजार रूपए दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि दूसरी बार यहां पर राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की मेजबानी करने का अवसर मिला है। यहां पर आधारभूत ढांचे को विकसित करने के लिए प्रदेश सरकार प्रयासरत है। यहां पर आने वाले सभी खिलाड़ियों को होम स्टे में बेहतर सुविधाएं दी गई। स्पिति के पर्यटन के लिए आइस हॉकी वरदान साबित हो रहा है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आईस हॉकी एसोसियेशन आफ इंडिया के महासचिव हरजिंद्र सिंह जींदी ने कहा कि आईस हॉकी अभी देश में उतना विख्यात खेल नहीं बन पाया है लेकिन साल दर साल इसकी टीमों में इजाफा हो रहा है। इस बार 11 टीमों ने हिस्सा लिया है। स्पिति प्रशासन और स्थानीय एसोसियेशन ने काफी अच्छी सुविधाएं यहां मुहैया करवाई है।
इस कार्यक्रम में सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, टीएसी सदस्य वीर भगत सिंह , आईस हॉकी एसोसियेशन लाहुल स्पिति के पदाधिकारी विशेष तौर पर मौजूद रहे।

इन्हें किया गया सम्मानित…
पुरूष वर्ग में फाइनल मैच यूटी लदाख और आईटीबीपी के मध्य खेला गया जिसमें यूटी लदाख ने जीत हासिल की। यूटी लदाख ने चार गोल और आईटीवीपी की टीम ने एक गोल किया। वहीं महिला वर्ग में फाईनल मैच यूटी लदाख और आईटीबीपी के मध्य खेला गया जिसमें आईटीबीपी की टीम ने जीत हासिल की है। आईटीवीपी की टीम ने तीन गोल और यूटी लदाख ने 2 गोल किए। महिला वर्ग में गोल्ड मैडल आईटीवीपी की टीम को, सिल्वर मैडल यूटी लदाख की टीम को और ब्रांज मैडल हिमाचल प्रदेश की टीम को दिया गया।

वहीं पुरूष वर्ग में गोल्ड मैडल यूटी लदाख और सिल्वर मैडल आईटीवीपी की टीम को दिया गया। जबकि ब्रांज मैडल आर्मी टीम को दिया गया। कोच अमित बेलबाल को एसडीएम ने सम्मानित किया। वहीं डीपीई सोनम, छेरिंग, केसंग, नवांग, छेरिंग आंगदुई, छुल्डिम, नोरबू, केसंग पदमा, छेरिंग दोरजे, सन्नी और नोरसंग को संजीवन ने सम्मानित किया। इसके अलावा रिंक मैनटेंस टीम के सदस्यों को कुंगा ने सम्मानित किया।