आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला: कारगिल युद्ध विजय अदम्य राजनैतिक व सैन्य कौशल और कुशलता का परिणाम था, जिससे भारत को दुनिया में विकसित सैन्य शक्ति के रूप में देखा जाने लगा। शहरी विकास, आवास, नगर नियोजन, संसदीय कार्य, विधि एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज उपायुक्त कार्यालय के बचत भवन सभागार में कारगिल दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा कि लगभग 60 दिन तक चले कारगिल युद्ध के दूरगामी परिणाम रहे, जिसके पश्चात भारत को दुनिया की महान सैन्य शक्ति के रूप में देखा जाने लगा। उन्होंने कहा कि भारतीय सैनिकों के अदम्य साहस, पराक्रम और शौर्य के बदौलत युद्ध में सफलता हासिल की थी। युद्ध से संदेश स्पष्ट था कि यदि कोई भी देश भारत की ओर आंख उठाकर देखेगा तो उस स्थिति में ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि भारत एक प्राचीन और स्मृद्ध संस्कृति वाला देश रहा है। भारत ने कभी किसी देश पर साम्रज्यवादी की नीति अपनाकर हमला नहीं किया है लेकिन यदि किसी देश ने भारत माता पर हमला किया भी हो तो सैनिकों के शौर्य की बदौलत उसका मुंह तोड़ जवाब दिया गया है, जिसका उदाहरण एक कारगिल युद्ध रहा है, जिसमें पाकिस्तान को चारों खाने चित किया गया था। यह युद्ध हमारे जवानों की वीरता का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध में 576 सैनिकों ने अपनी शहादत दी थी, जिसमें से देश के छोटे राज्य हिमाचल प्रदेश में 52 सैनिकों ने अपनी शहादत दी थी। कारगिल युद्ध के लिए 4 सैनिकों को परमवीर चक्र से नवाजा गया था, जिसमें से 2 परमवीर चक्र हिमाचल प्रदेश के सैनिकों को प्राप्त हुए थे। आज दुनिया में भारत को हर क्षेत्र में बड़ी शक्ति के रूप में देखा जा रहा है। कार्यक्रम में लघु वृत्त चित्र का अवलोकन भी किया गया, जिसके माध्यम से कारगिल युद्ध में भारतीय सैनिकों की वीर गाथा का प्रदर्शन किया गया।
इस दौरान कारगिल युद्ध में शहीदों के परिजनों को भी सम्मानित किया गया, जिसमें शहीद जवान ग्रिनेडियर राकेश कुमार की धर्मपत्नी शकुंतला देवी तथा शहीद ग्रिनेडियर अनंत राम के भाई भीमी राम शामिल है।
कार्यक्रम में सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के कलाकारों ने ‘‘सर जमीने कारगिल पर खौफ का साया न हो, एक भी कतरा लहू का जो बाहा जाया न हो’’ गीत प्रस्तुत कर कारगिल के अमर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। कार्यक्रम में उपस्थित सभी को शहरी विकास मंत्री ने शपथ भी दिलाई।
इस अवसर पर उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी, ब्रिगेडियर पी भंडारी, पुलिस अधीक्षक डाॅ. मोनिका भटंुगरू, भर्ती निदेशक शिमला, कर्नल शलव सनवाल, जिला सैनिक बोर्ड के उपाध्यक्ष सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल दौलत सिंह चैहान, उप-निदेशक सैनिक कल्याण बोर्ड सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कमांडर अतुल चम्बयाल, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (प्रोटोकाॅल) सचिन कंवल, सहायक आयुक्त डाॅ. पूनम, उपमण्डलाधिकारी शिमला ग्रामीण निशांत कुमार, सैन्य अधिकारी, पूर्व सैनिक तथा अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।