आदर्श हिमाचल ब्यूरो।
मंडी । भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश जिला मंडी के लेखक व बहुमुखी प्रतिभा के धनी लाल चंद प्रार्थी की जयंती के उपलक्ष्य पर जागृति बी. एड.कॉलेज देवधार जिला मंडी के सभागार में साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना व दीप प्रज्वलित किया गया।कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में सरदार पटेल विश्वविद्यालय के समन्वयक इतिहास विभाग डॉ राकेश कुमार शर्मा उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में जिला मंडी की लेखिका पौमेला ठाकुर तथा प्रोफेसर राजेश कुमार शर्मा अधिष्ठाता महाविद्यालय विकास परिषद, सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी विशेष रूप से उपस्थित रहे।डॉ राकेश शर्मा ने इस उपलक्ष्य पर उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए उन्हें पहाड़ी भाषा,इतिहास,कला व संस्कृति प्रेमी बताया।उन्होंने विद्यार्थियों को समाज,देश व विदेश में हिमाचल प्रदेश की संस्कृति को बढ़ावा देने में उनके महत्वपूर्ण योगदान से अवगत करवाते हुए उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। महाविद्यालय के विद्यार्थियों वंदन, तरुण,डिंपल व राहुल ने भी प्रार्थी जी के जीवन व साहित्य पर चर्चा में भाग लेते हुए अपने अपने विचार प्रस्तुत किए।
तत्पश्चात छात्र छात्राओं की टीमें बनाकर मौखिक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया।इस प्रतियोगिता में प्रोमिला गुलेरिया जिला भाषा अधिकारी मंडी द्वारा हिंदी व्याकरण व हिमाचल प्रदेश की संस्कृति से संबंधित प्रश्न पूछे गए।प्रतियोगिता के तीन तीन चरणों के उपरांत अनिल व अनिकेत की टीम प्रथम स्थान , ट्विंकल व सीमा की टीम ने द्वितीय व ज्योतिका व कनक लता की टीम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया ।विजेता प्रतिभागियों की टीमों को विभाग द्वारा प्रमाण पत्र व 1000,800,600 रुपए के नकद पुरस्कार प्रोत्साहन स्वरूप देकर सम्मानित किया गया।
जिला भाषा अधिकारी द्वारा बताया गया कि शिक्षण संस्थानों में ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन करवाने का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में साहित्य के प्रति रुचि बढ़ाना तथा हिंदी व्याकरण के शुद्ध उच्चारण व हिमाचल प्रदेश की समृद्धशाली संस्कृति के प्रति जागरूकता लाना है।कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्रधानाचार्या
डॉ उमा शर्मा व अन्य सभी शिक्षक वर्ग मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय की प्राध्यापिका रीता ने मंच संचालन किया व ममता द्वारा सभी का धन्यवाद करते हुए भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करने का आग्रह करते हुए समापन किया गया।