प्रदेश के कई हिस्सों में पशुधन की जिंदगी खतरे में, टैगिंग के बाद भी सड़कों पर छोड़े जा रहे पशु

 

दीवान राजा

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आनी।प्रदेश के कई हिस्सों में पशुधन की ज़िंदगी खतरे में हैं । हालांकि पशुपालन विभाग द्वारा पशुओं की रक्षा व देखभाल की दृष्टि से टैगिंग भी की जा रही है । सरकार द्वारा करोड़ो रूपये खर्च करके भी इस समस्या का समाधान नहीं दिख रहा है।

अभी टैगिंग का काम पूरा हुआ भी नहीं कि लोगों ने पशुओं को सड़कों पर छोड़ना शुरू कर दिया है । आनी उपमंडल में दस वर्ष से ऊपर के पशुओं की टैगिंग का कार्य पूरा किया जा चुका है। आनी उपमंडल के चवाई में भी एक ऐसा मामला देखने को मिला है।
 टैग नंबर 10005135808 की गाय पिछले दस बारह दिनों से सड़कों में अन्य पशुओं के साथ घूम रही है । लोगों के अनुसार यह गाय चवाई व आसपास के क्षेत्रों की नहीं है । पशुपालन केंद्र चवाई के अनुसार चवाई,जांओ,खदेड़,बखनाओ में ट्रेस करने की कोशिश की गई लेकिन ये नंबर यहां का नहीं है ।
किसान भी लावारिस छोड़े गए इन पशुओं से परेशान है । रात को मौका मिलते ही ये पशु किसानों के खेतों में घुसकर फ़सल चौपट कर देते हैं ।वहीं,खेतों में पेड़-पौधों को भी नुकसान पहुंचाते हैं ।ऐसे में कई बार रात रात भर जाग कर किसानों को अपने खेतों की रखवाली करनी पड़ती है ।
वहीं इस मामले में उपमंडलीय पशु चिकित्सा अधिकारी रणधीर ठाकुर का कहना है कि पशुपालन विभाग द्वारा पशुओं की टैगिंग की है लेकिन कुछ लोग टैगिंग करने के सीधे बाद उनको सड़कों पर। छोड़ देते हैं ।
वहीं,उन्होंने कहा कि इस टैग नंबर को ट्रेस करके गाय के मालिक का पता किया जा रहा है ।
उन्होंने क्षेत्र के पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों समेत अन्य जागरूक लोगों से अपील की है कि लोगों को इस सबंन्ध मे जागरूक करें ।
क्योंकि कुछ लोग टैगिंग के बाद पशुओं को सड़क पर छोड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों पर पंचायती राज अधिनियम के अनुसार पंचायत कार्रवाई भी करके ज़ुर्माना भी लगा सकती है ।