दीवान राजा
आनी। सोमवार को हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड कर्मचारी यूनियन की आनी इकाई के पदाधिकारियों की एक बैठक भोजनावकाश के मध्य सम्पन्न हुई । जिसकी अध्यक्षता यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष झाबे राम शर्मा ने की ।
बैठक में बिजली कंपनियों के निजिकरण का पुरजोर विरोध किया गया और उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारियों व अभियंताओं के आंदोलन का पुरजोर समर्थन किया ।
यूनियन ने फैसला लिया कि हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड एम्प्लॉयस यूनियन के प्रदेश कार्यकारणी के आह्वाहन पर सोमवार को पूरे प्रदेश में काला बिला पहन कर विरोध किया तथा भोजनावकाश के मध्य बिजली के निजीकरण के प्रस्ताव पर कन्वेंशन करके कर्मचारियों व उपभोक्ताओं को इससे होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक किया ।
यूनियन ने हैरानी जताई कि उत्तर प्रदेश सरकार कंपनियों के निजीकरण में केंद्र सरकार से भी एक कदम आगे है और अपनी पूर्वाचल बिजली निगम को निजी हाथों में देने का फैसला कर दिया । जिससे बिजली कर्मचारियों में भारी रोष है ।
यूनियन द्वारा विद्युत मंत्रालय ,भारत सरकार द्वारा 22 सितम्बर को ज़ारी स्टैंडर्ड विडिंग डॉक्यूमेंट को जिसमें राज्यों सरकारों से 5 अक्तूबर तक प्रतिक्रिया मांगी थी कि बिजली कंपनियों को निजिकरण मसौदा करार दिया ।
यूनियन का कहना है कि बिजली बोर्ड कम्पनी के निजीकरण से एक ओर जहां कर्मचारियों की सेवा शर्तें बुरी तरह से प्रभावित होगी वहीं प्रदेश के 26000 पेन्शनर्स की सामाजिक सुरक्षा पेंशन खतरे में पड़ जाएगी ,इससे सबसे ज़्यादा नुकसान उपभोक्ताओं का भी होगा ।
यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष झाबे राम शर्मा ने कहा कि प्रदेश के बिजली कर्मचारियों ने 5 अक्तूबर को पूर्वांचल बिजली निगम के निजीकरण के खिलाफ आंदोलनरत उतर प्रदेश के बिजली कर्मचारियों के पक्ष में काले बिल्ले लगाकर एकजुटता का प्रदर्शन किया । उन्होंने कहा कि पूरी यूनियन बिजली कंपनियों के निजीकरण का पुरजोर विरोध करती है ।