हमीरपुर : विधायक नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि आयुर्वेद भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति है जो आधुनिक युग में भी विभिन्न गंभीर रोगों के उपचार में सहायक सिद्ध हो रही है. आयुर्वेदिक औषधियां हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है. इनका शरीर पर कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता है. नरेंद्र ठाकुर बुधवार को आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आयुष विभाग द्वारा हर्बल गार्डन नेरी में आयोजित ‘आयुष आपके द्वार’ कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे. इस अवसर पर उन्होंने जिला के 50 से अधिक किसानों को अर्जुन श्योनाक, काकतुण्डी, सुहन्जन और जामुन के औषधीय पौधे वितरित किए.
उन्होंने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का सदियों से महत्वपूर्ण स्थान रहा है. जिन बीमारियों का इलाज दूसरी चिकित्सा पद्धतियों में नहीं है, उनका इलाज भी आयुर्वेद में संभव है. आयुर्वेद से होने वाले फायदों के कारण हमें एलोपेथी के साथ-साथ आयुर्वेद को भी अपनाना चाहिए.
इस अवसर पर विधायक को स्वागत करते हुए जिला आयुर्वेदिक अधिकारी सरिता राणा ने बताया कि बुधवार को जिला के सभी 77 आयुर्वेदिक संस्थानों में स्थापित चरक वाटिकाओं में पांच-पंाच औषधीय पौधे रोपे जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में आईआईएसएम द्वारा जिला के प्रत्येक खंड में किसानों को औषधीय पौधों के रख रखाव का प्रशिक्षण दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि स्टेट मैडिसनल प्लांट बोर्ड की कलस्टर फार्मिंग योजना के तहत 15 किमी के दायरे में आने वाले किसान सामूहिक तौर 2 हेक्टेयर भूमि में औषधीय पौधों की खेती कर सकते हैं. इसके लिए बोर्ड द्वारा उपदान दिया जाता है. इस अवसर पर औषधीय पौधों के व्यवसायी सुनील कौशल ने भी किसानों को औषधीय पौधों के महत्व की जानकारी दी.
कार्यक्रम में ग्राम पंचायत नेरी के प्रधान विपिन कुमार, कांगड़ा कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के उपाध्यक्ष राजेश ठाकुर, आईटी प्रभारी विक्रम ठाकुर, आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. कमल, डॉ. ओसुमन भाटिया, हर्बल गार्डन के प्रभारी डॉ. कमल, नोडल अधिकारी डॉ. रविंद्र और अन्य लोग उपस्थित थे.