आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। आपदा प्रबंधन के तहत जिला प्रशासन द्वारा एनडीआरएफ, एसडीआरएफ होमगार्ड तथा विभिन्न विभागों के सहयोग से समर्थ अभियान के तहत आज जाखू रोपवे पर मॉक अभ्यास आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (प्रोटोकॉल) ज्योति राणा ने की । संयुक्त रूप से चलाए गए मॉक अभ्यास के दौरान लगभग सौ मीटर की ऊंचाई से रोपवे ट्रॉली से तीन पर्यटकों को सुरक्षित जमीन पर रेस्क्यू गया जिसमें एक पर्यटक को कुर्सी पर बैठकर जबकि दो पर्यटकों को फुल सीट हार्नेस के माध्यम से जमीन पर सुरक्षित उतारा गया ।
इस अवसर पर ज्योति राणा ने बताया कि समर्थ अभियान के तहत इस मॉक अभ्यास को जाखू रोपवे में आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य किसी भी आपात स्थिति में पर्यटकों को रोपवे ट्रॉली से सुरक्षित जमीन पर रेस्क्यू करना है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों परमाणु रोपवे में संचालन में दिक्कत या रुकावट आने के कारण कुछ पर्यटक रोपवे ट्रॉली में फंस गए थे जिन्हें काफी कोशिशों के बाद सुरक्षित निकाला गया था। ऐसी दिक्कत या रूकावट भविष्य में यदि जाखू रोपवे में आती है तो उससे निपटने के लिए यह मॉक अभ्यास किया गया है ताकि आपातकालीन स्थिति के दौरान शीघ्र अति शीघ्र पर्यटकों को सुरक्षित निकाला जा सके। उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन के तहत बहुत सी गतिविधियों के मॉक अभ्यास की प्रक्रिया जारी है जिसमें से यह प्रक्रिया भी एक है।
जगसन कंपनी जिन्होंने इस रोपवे का निर्माण किया है उसके प्रबंधक मदन शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश पर यह मॉक अभ्यास यहां चलाया गया है। उन्होंने बताया कि 10 अप्रैल 2017 से यह रोपवे संचालित है जिसका निरीक्षण लोक निर्माण विभाग की मैकेनिकल विंग द्वारा हर महीने किया जाता है, लेकिन पर्यटकों की सुरक्षा के दृष्टिगत कंपनी के इंजीनियर प्रतिदिन रोपवे के संचालन से पहले रोपवे मोटर व अन्य सभी कल पुर्जों को चेक कर रिर्पोट सौंपते है उसके उपरान्त ही रोपवे चलाने की प्रक्रिया आरंभ भी जाती है। उन्होंने कहा कि रोपवे की कुल लम्बाई 410 मीटर है और रोपवे संचालन के दौरान बिजली गुल होने पर 250 किलोवाट का जनरेटर बैकअप सिस्टम के तौर पर कार्य करता है और यदि जनरेटर में भी खराबी आ जाए तो दूसरे बैकअप सिस्टर रेस्क्यू इंजन पर मोटर ऑटोमेटिक शिफ्ट हो जाती है ।