आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। मानसून सत्र 7 सिंतबर से 18 सिंतबर चला, जिसकी कुल दस बैठकें हुई। मॉनसून सत्र के दौरान सदन में कई उतार चढ़ाव देखने को मिले इस दौरान पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोंकझोंक भी हुई। वहीं विपक्षी कांग्रेस ने बर्हिगमन भी किए। लेकिन खासतौर पर सदन की कार्यवाही सौहार्दपूर्ण ढंग से हुई।
विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने बताया कि सत्र में जनहित के महत्वपूर्ण विषयों पर प्रश्नों व अन्य सूचनाओं के माध्यम से चर्चा हुई व सुझाव दिए गये जिनके दूरगामी परिणाम होंगे। उन्होंने बताया कि इतिहास में पहली बार सत्र के दौरान नियम 67 पर चर्चा दी गई। जिसपर छह घंटे और 25 मिनट तक चली। उन्होंने कहा कि सदन की 25 बैठकें पुरी हो चुकी है। इस सत्र के दौरान कुल मिलाकर 434 तारांकित और 223 अतारांकित प्रश्नों की सूचनाओं पर सरकार द्वारा उत्तर उपलब्ध करवाए गए।
उन्होंने बताया कि नियम-61 के अन्तर्गत 10 विषयों, नियम-62 के अन्तर्गत पांच विषयों, नियम-130 के अन्तर्गत दो प्रस्तावों पर चर्चा हुई, जिनमें सदस्यों ने सार्थक चर्चा की। इसके अतिरिक्त 12 सरकारी विधेयक भी विधानसभा में पुररूस्थापित व सार्थक चर्चा उपरान्त पारित हुए। इसके साथ ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित की।