आदर्श हिमाचल ब्यूरों
शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश और उससे उत्पन्न आपदा की गंभीर स्थिति की समीक्षा करते हुए जिला प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आवश्यक सेवाओं जैसे बिजली, पेयजल और सड़क संपर्क को शीघ्र बहाल करने पर विशेष जोर दिया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, विभिन्न विभागों के अधिकारियों, स्वयंसेवी संगठनों और स्थानीय लोगों के समन्वित प्रयासों की सराहना की है। वहीं प्रभावित क्षेत्रों का व्यक्तिगत दौरा कर जरूरतमंदों को हर संभव सहायता उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिए गए, उन्होंने स्पष्ट किया कि राहत कार्यों में धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। चंबा प्रशासन को मणिमहेश यात्रा में फंसे श्रद्धालुओं को तत्काल निकालने और वायुसेना के पांच एमआई-17 हेलीकॉप्टरों को राहत कार्यों में लगाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए और साथ ही उन्होंने यात्रियों के परिवारों से संपर्क बनाए रखने, भोजन व्यवस्था सुनिश्चित करने और सड़क बहाली को प्राथमिकता देने को कहा है।
इसी तरह कुल्लू जिले के बंजार और आनी क्षेत्रों में सड़क बहाली कार्य को तेज करने के लिए भारी मशीनरी वायुसेना की सहायता से हवाई मार्ग से भेजी जाएगी। शिमला के चौपाल क्षेत्र में बिजली आपूर्ति जल्द बहाल करने के निर्देश भी दिए गए और सेब उत्पादक क्षेत्रों में सड़कों की बहाली को लोक निर्माण विभाग और एनएचएआई को प्राथमिकता देने को कहा गया है ताकि किसानों को नुकसान न हो। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस वर्ष मानसून सत्र तक भारी बारिश से प्रदेश को कुल 3526 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। अब तक 122 भू-स्खलन, 95 फ्लैश फ्लड और 45 बादल फटने की घटनाएं हुईं, जिसमें लगभग 341 लोगों की जान गई है, पिछले 24 घंटों में भी मंडी, कुल्लू और शिमला जिलों में 11 लोगों की मौत हुई है।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार इस कठिन समय में उनके साथ है और हर संभव मदद उपलब्ध कराएगी, दिवंगत आत्माओं की शांति एवं परिजनों को सहनशीलता प्रदान करने के लिए प्रार्थना भी की और इस बैठक में एचपीटीडीसी के अध्यक्ष रघुवीर सिंह बाली, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, अतिरिक्त मुख्य सचिव के.के. पंत, मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर, विशेष सचिव राजस्व डी.सी. राणा समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी और सभी जिलों के उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए।