आदर्श हिमहल ब्यूरो
शिमला। मौसम पूर्वानुमान से संबंधित वास्तविक समय डेटा प्राप्त करने के लिए राज्य में अधिक स्वचालित मौसम स्टेशन (एडब्ल्यूएस) स्थापित किए जाने चाहिए, जिससे समय के भीतर विपरीत उपाय करने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बीते बुधवार को आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए संबंधित विभागों को एडब्ल्यूएस की संख्या बढ़ाने के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए और राज्य में एक मौसम वेधशाला केंद्र स्थापित करने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) को मजबूत करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए और इसे आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए अद्यतन उपकरण और प्रौद्योगिकी प्रदान की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारी संरचनाओं को उठाने और भारी बार प्रवर्तन को काटने के लिए और अधिक हाई-टेक मशीनरी प्रदान की जानी चाहिए। जैसा कि हाल ही में राजधानी में देखा गया, किसी भी दुर्घटना की स्थिति में नीचे फंसे लोगों को बचाने के लिए इनकी आवश्यकता थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारी बारिश के कारण राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में बड़ी संख्या में पेड़ उखड़ गए, इन पेड़ों और लकड़ियों की कटाई और निपटान उचित तरीके से सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने स्थिति सामान्य होने के बाद वनीकरण अभियान पर भी जोर दिया। कुल्लू जिला में सड़क अवरोध की स्थिति में सुक्खू ने अधिकारियों को गंभीर रूप से बीमार रोगियों को हवाई मार्ग से ले जाने के लिए एक अतिरिक्त हेलीकॉप्टर की व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
यह भी पढ़े:- हिमाचल प्रदेश: बारिश के कारण हुई तबाही से जल शक्ति विभाग को हुआ 2 हज़ार करोड रूपये का नुकसान
उन्होंने अधिकारियों से राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में किये जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों की भी जानकारी ली और आपदा प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। बैठक में मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू, प्रधान सचिव, सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।