आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल आज गोरखपुर में आयोजित गंगा समग्र के राष्ट्रीय कार्यकर्ता संगम समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए। इस अवसर पर, राज्यपाल ने कहा कि मॉं गंगा हजारों-हजार वर्षों से केवल जल का प्रवाह नहीं अपितु अमृत सलिला गंगा भारतीय संस्कृति एवं दर्शन की आधारशिला है। गंगा जल ब्रह्मद्रव्य है और यह ईश्वर का निराकार रूप है। गंगा भारत की आत्मा का नाम है। भारतीयों की जीवन दायिनी व पहचान है।
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राज्यपाल ने कहा कि पतित पावनी सर्वकल्याणमयी मॉं गंगा इस धरा पर ईश्वरीय सत्ता का साकार विग्रह है। पर्वों पर असख्य धर्मपरायण इसकी तीर्थ यात्रा करते हैं और अनेक श्रद्धा, भावना, मनोकामना लेकर उसके सानिध्य में पहुँचते है और उनकी सभी मनोकामनाएं मॉं गंगा पूर्ण करती है।
राज्यपाल ने कहा, ‘‘गंगा की अविरलता-निर्मलता को बनाए रखने के लिए आज समाज के सभी लोगों को सचेत होने की आवश्यकता है। साथ ही, जो संगठन इस ओर गतिशील हैं उन्हें सहयोग और प्रोत्साहन देकर भी हम अपनी आस्था प्रकट कर सकते है। हम सब माँ गंगा को एक सुन्दर स्वरूप में बदलने के लिए प्रयत्नशील हों।’’