शिमला। बजट सत्र: ओ पी एस की बहाली का मुद्दा पकड़ कर विपक्ष लगातार सत्ता पक्ष पर हमलावर है। जहां जगत सिंह नेगी के नियम 67 के तहत स्थगन प्रस्ताव के बाद विपक्ष ने सदन से वॉक आउट कर दिया तो वही नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री भी सत्ता पक्ष पर हमलावर होते नजर आए। ओ पी एस की बहाली के साथ-साथ अग्निहोत्री ने हाल ही में प्रदेश के भीतर सरकारी कर्मचारियों के आंदोलन और हड़ताल करने को लेकर लाए गए नियमों का मुद्दा भी उठाया। अग्निहोत्री ने मौजूदा सरकार की चुटकी लेते हुए कहा कि यह सरकार पहले ही नो वर्क नो पे का हश्र भुगत चुकी है और अबकी जयराम सरकार भी उसी दिशा में आगे बढ़ रही है। दरअसल चन्न रोज पहले प्रदेश सरकार ने कुछ कानूनों का हवाला देते हुए कर्मचारियों के द्वारा किए जा रहे आंदोलनों पर अंकुश लगाने का प्रयास किया मगर इस ने विपक्ष को मौका दे दिया और अब विपक्ष गाहे-बगाहे यह मुद्दा सामने ले आता है।
मुद्दा लटकाने के लिए होता है कमेटी का गठन: अग्निहोत्री
ओ पी एस के मुद्दे पर जयराम सरकार सदन में चीफ सेक्रेटरी के आधीन एक कमेटी का गठन करने की बात कह चुकी है ताकि मामला सुलझाया जा सके मगर विपक्ष हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा। अग्निहोत्री ने कहा कि कमेटियों का गठन तब किया जाता है जब किसी मामले को लटकाना हो। चुनाव नजदीक है ऐसे में कांग्रेस की मंशा साफ नजर आ रही है कि कर्मचारियों को संगठित करके भाजपा को सत्ता से बाहर कर दिया जाए। तो वहीं भाजपा इस मामले में चौतरफा घिरी हुई है।
ओ पी एस को लागू करने को लेकर कांग्रेस वचनबद्ध: मुकेश अग्निहोत्री
ओ पी एस के मुद्दे पर नेता विपक्ष भी मुखर नजर आए, अग्निहोत्री लगातार पक्ष पर निशाने साध रहे हैं। भाजपा पर तंज कसते हुए अग्निहोत्री ने कहा कि यह सरकार जल्द ही सत्ता से जाने वाली है दरअसल चुनाव नजदीक है तो ऐसे में कांग्रेस सत्ता पक्ष पर हावी होने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है । साथ ही अग्निहोत्री ने यह भी कह दिया कि कांग्रेस ओ पी एस को लागू करने को लेकर वचनबद्ध है और हम ओ पी एस यानी पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करेंगे इससे पहले विक्रमादित्य सिंह भी सदन में कह चुके हैं कि कांग्रेस प्रदेश में पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करेगी
बहारहाल मौजूदा भाजपा सरकार पहले ही प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को कई तरह के लाभ दे चुकी है फिर वह पे कमीशन देना या फिर अन्य स्कीम्स लेकिन अब भाजपा सरकार ओ पी एस के मुद्दे पर चौतरफा घिरती हुई नजर आ रही है अब ऐसे में जयराम सरकार क्या रुक अख्तियार करती है यह देखना दिलचस्प होगा।