लंबे समय तक लाकडाउन नहीं कोरोना वायरस से बचाव का समाधान,  दस सिंतबर से खुल जाएंगे धार्मिक स्थल भी 

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सांकेतिक फोटो
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आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार बीते 4 अगस्त 2020 से भारत के रोज मिलने वाले  करोना संक्रमितों के मामलों में सबसे ऊपर है ।बीते रविवार को 1 दिन में सबसे ज्यादा मौतें भी भारत में ही देखने को मिली है। एसोसिएशन ऑफ  हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स इंडिया के महानिदेशक डॉ गिरधर  ज्ञानी का कहना है कि श्रमिकों की संख्या में कमी आना फिलहाल संभव नहीं दिखता । दुनिया भर में कोरोना से संक्रमित होने वालों का आंकड़ा 2.65 करोड़ पर हो चुका है ,जबकि मृतकों की संख्या 8.73 लाख लोग जान गंवा चुके हैं ।पहले 107 दिनों में मिले थे 85000 संक्रमित लेकिन अब पिछले 24  घंटे में  संक्रमितों की संख्या  86 हजार से ऊपर पहुंच चुकी है । ऐसी स्थिति में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेताया है कि वायरस से बचने के लिए अगले साल के मध्य तक  वैक्सीन की कोई उम्मीद नहीं ।इस बात का कोई प्रत्यक्ष प्रमाण नहीं है कि यह करो ना महामारी का संकट कब तक रहे  ।

बढ़ते संक्रमण के बीच जनजीवन

‌ पटरी पर लाने के लिए विभिन्न सरकारों न लॉक डाउन  हटाकरअनेक  रियायतें देनी शुरू कर दी है। ‌ इस सब के बीच एक सितंबर 2020 से अनलॉक- 4 शुरू होने के साथ ही भारत में केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार आवाजाही पर अब कोई पाबंदी नहीं है ,राज्य नहीं लगा सकेंगे लॉकडाउन ,राज्य के अंदर व बाहर यातायात यात्रा तथा वस्तुओं की आवाजाही पर पाबंदी नहीं होगी और इसके लिए किसी पूर्व अनुमति या पास की जरूरत भी नहीं होगी  ।21 सितंबर से 100 लोगों के साथ हो सकेंगे सभी धार्मिक सांस्कृतिक तथा खेल कार्यक्रम और हिमाचल प्रदेश में 10 सितंबर से सभी धार्मिक संस्थान भी खुल जाएंगे  कोरोना से प्रभावित लोगों के लिए क्वायरंटन  अवधि अब 14 दिनों से घटाकर 10 दिन करने का निर्णय भी लिया गया है इसके अतिरिक्त प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए राज्य से बाहर जाने वाले विद्यार्थियों व साथ जाने वाले परिजनों को 72 घंटे की अवधि में प्रवेश आने पर क्रवांरटिन नहीं किया जाएगा  । शिक्षा प्राधिकरण से जारी एडमिट कार्ड मान्य दस्तावेज माना जाएगा  ।
‌ यूरोप के विभिन्न देशों में करीब सवा करोड़ बच्च पिछले सप्ताह मंगलवार को स्कूल पहुंचे । संक्रमण का हॉटस्पॉट कहे जाने वाले स्पेन  में भी इस माह से बच्चों को स्कूल भेजा जा रहा है । इंग्लैंड में बच्चों को यदि स्कूल नहीं भेजा गया तो वहां पर अभिभावकों को जुर्माना लगाने का प्रावधान है । रूस में मंगलवार को संक्रमित  की संख्या 10 लाख पहुंच गई, इसके बावजूद मंगलवार को सुरक्षा उपायों के साथ स्कूल खोले गए । सबसे पहले जनवरी में संक्रमण का केंद्र बने वुहान में भी मंगलवार को 2840  स्कूलों को शुरू कर दिए  गया,जहां 14 लाख बच्चे पढ़ते हैं बच्चों का तापमान   माप कर ,हाथ धोने की तकनीक भी सिखाई जा रही है । बेल्जियम में भी 5 वर्षों से बड़े बच्चों के लिए मंगलवार से स्कूल खोल दिए गए ह । भारत में 30 सितंबर तक स्कूल बंद रखने के निर्देश जारी हुए हैं>
विश्व के  देशों की विभिन्न  सरकारों ने यह  दर्शाने का प्रयास किया है कि  वायरस के बाबजूद जीवन आगे बढ़ता रहेगा  ।यह जगजाहिर है कि लंबे समय तक लॉकडाउन लगाकर जीवन को नहीं चलाया जा सकता ।सरकारों तथा प्रशासन के द्वारा  लॉक डाउन हटाकर    ढील दिया जाना इस बात का संकेत है कि आप की सुरक्षा और आपके परिवार की सुरक्षा आपके सतर्कता और सजगता पर निर्भर करेगी। इस महामारी से बचाव इस बात पर निर्भर करेगा कि समाज का  हर व्यक्ति अपने उत्तरदायित्व का   कितनी बखूबी निर्वहन करता है।  इंदिरा गांधी  मेडिकल अस्पताल के एमएस  डॉक्टर जनक राज के अनुसार देश के साथ पूरे प्रदेश में करोना के मामले पीक की ओर बढ़ रहे हैं और आने वाले समय में और अधिक मामले बढ़ेंगे । शिमला में अब धीरे-धीरे सैलानी भी पहुंचने लगे हैं ।
बाजारों में भी पहले की अपेक्षा  अधिक भीड़ है और सैलानियों का प्रवेश केवल पंजीकरण तक ही सीमित है ऐसी स्थिति में सभी के लिए चेतावनी यही है कि बार-बार बाजारों की ओर रुख ना कर,केवल आवश्यकता होने पर ही घर से बाहर निकले किसी के घर पर जाने व मिलने सेे  भी बचें। प्रशासन के दिशा निर्देशों अनुसार मास्क  का प्रयोग करें, साबुन से बार-बार हाथ धोएं और सैनिटाइजर हमेशा अपने साथ रखें और किसी भी  तल को छूने के बाद सेनीटाइजर से हाथ साफ करें और कोशिश करें कि आप पूरे सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखें तभी हम हर में हाल अपने आप और अपने परिवार जनों को सुरक्षित रख सकते हैं  अन्यथा छोटी सी गलती पड़ सकती है महंगी ।