शिमला: खालिस्तानी समर्थकों और पन्नू को करारा जवाब देने निकले युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के छात्रों की तिरंगा यात्रा पर एफ आई आर दर्ज हो गई है दरअसल शिमला पुलिस ने प्रतिबंधित मॉल रोड पर नारेबाजी करने के आरोप में संगठन के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की है पहचाने गए लोगों में विक्रमादित्य सिंह युद्ध पति ठाकुर समेत कई युवा कांग्रेस और छात्र नेता शामिल है।
खालिस्तानी समर्थक और भारत में प्रतिबंधित सिख फॉर जस्टिस सुप्रीमो गुरपतवंत सिंह पन्नू के तिरंगे फहराए जाने को लेकर मुख्यमंत्री समेत विपक्ष के नेताओं को भेजे गए मैसेज के बाद विक्रमादित्य सिंह ने उसे मैसेज पर जवाब दिया था और राजधानी में तिरंगा यात्रा निकालने की बात कही थी मगर अब यह दाव उल्टा पड़ता नजर आ रहा है। रिज अथवा मॉल रोड पर नारेबाजी व प्रदर्शन की मनाही है ऐसे में शिमला पुलिस ने एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के द्वारा रिज पर नारेबाजी करने का इनाम एफ आई आर दर्ज कर कर दिया है पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक केस, एफआईआर नं. 40/2022 यू/एस 143,188 आईपीसी के आधीन मामला सदर थाने में दर्ज किया गया है। पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक जब युवा कांग्रेस/एनएसयूआई की तिरंगा यात्रा के लिए पुलिसकर्मी भी साथ ड्यूटी पर थे। सुबह करीब 11-30 बजे जब तिरंगा यात्रा सीटीओ पहुंची तो पुलिस कर्मियों के द्वारा प्रदर्शन कर रहे युवा कांग्रेस और एनएसयूआई छात्रों को बताया कि माल रोड पर नारे लगाने की अनुमति नहीं है। लेकिन वे सभी रिज की ओर बढ़े और स्कैंडल प्वाइंट तक चुप रहे लेकिन उसके बाद सभी ने नारेबाजी शुरू कर दी। पहचाने गए व्यक्तियों में यदुपति ठाकुर विक्रमादित्य सिंह, छतर सिंह ठाकुर, राहुल मेहरा, वीरेंद्र बंशु, अमित ठाकुर, राहुल चौहान, दिनेश चोपड़ा, दीपक खुराना आदि शामिल थे। मामले की जांच एएसआई देवेंद्र कुमार आई/ओ पीएस सदर कर रहे हैं।
हालांकि कांग्रेस का इरादा पन्नू और खालिस्तानी समर्थकों को करारा जवाब देना था मगर यह दांव उल्टा पड़ गया अब देखना होगा कि आगे इस किसके दिशा और दशा कैसी रहती है।