शिमला: प्रदेश में चालू बजट सत्र के बीच लगातार मांगों को लेकर प्रदेश के भीतर प्रदर्शन और हड़ताल में भी जारी है और इसी में एक बड़ी मांग है ओ पी एस यानी ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली की। इसी कड़ी में पुरानी पेंशन की बहाली की मांग को लेकर जहां कर्मचारी पहले ही आंदोलनरत है वहीं अब पूर्व सांसद राजन सुशांत ने भी इस मांग को लेकर शिमला में बुधवार को डीसी ऑफिस के बाहर संकेतिक धरना प्रदर्शन किया और 3 मार्च को कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा विधानसभा घेराव में शामिल होने का ऐलान किया । राजन सुशांत अब क्षेत्रीय दलों और कर्मचारियों के साथ मिल कर तीन मार्च को विधानसभा का घेराव करेगे हैं ।
राजन सुशांत ने कहा कि प्रदेश के कर्मचारी कई सालों से ओपीएस को लागू करने की मांग कर रहे हैं। लेकिन प्रदेश सरकार कुछ नहीं कर रही है। कर्मचारी पदयात्रा कर रहे है और तीन मार्च को विधानसभा का घेराव करने आ रहे हैं जिसमे सभी क्षेत्रीय दल भी शामिल होंगे और पुरानी पेंशन बहाली की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पुरानी पेंशन बन्द करने में दो दल कांग्रेस-भाजपा जिम्मेवार है। देश में भाजपा सरकार ने 2003 पुरानी पेंशन बंद की और 2006 में हिमाचल में कांग्रेस सरकार द्वारा कर्मचारियों को पेंशन से महरूम रखा गया। इस सरकार के प्रदेश के सभी क्षेत्रीय दलों को एकत्रित किया गया है और सरकार आज इसको लेकर घोषणा नही करती है तो कल से उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा।