आदर्श हिमाचल ब्यूरो
मंडी: विश्व हेपेटाईटिस दिवस के अवसर परक्षेत्रीय अस्पताल मंडी में जिला स्तरीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया, जिसकीअध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. देवेन्द्र शर्मा ने की । इस अवसर पर उन्होंने बताया कि हेपेटाईटिस मूल रूप से लीवर की बीमारी है और लीवर हमारे काएक बड़ा और महत्वपूर्ण अंग है । यह खाना पचाने, शरीर में खून को साफ करने, शरीरसे गंदगी बाहर निकालने तथा शरीर को उर्जा प्रदान करता है ।
उन्होंने बताया कि कुछ ऐसे कारण हैं जो लीवर पर हमला करते हैं अगर सही समय पर इसकी जांच न की जाए तोलीवन की विफलता या लीवर कैंसर का कारण बन जाता है। उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन में इस संक्रमण से बिमार लोगों के ईलाज को सरल बनाने के उद्देश्यसे इस दिवस को बनाया जा रहा है तथा जिला के सभी स्वास्थ्य खंडों में जागरूकता शिविरोंका आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021-22 में जिला मंडी में 18984 लोगों ने हेपैटाइसिस बी और सी के लिए जांचकरवाई जिसमें 66 लोग संक्रमित पाए गए जिन्हें निःशुल्क दवाईयां उपलब्ध करवाई जारही हैं । जिला कार्यक्रम अधिकारी डाॅ0 अरिंदम ने बताया कि यदिकिसी व्यक्ति में बुखार, भुख कम, नींद कम, पीलिया, आंखों का रंग गहरा हो तो उन्होंने जाना चाहिए, नही तो इसके गंभीर लक्षण पैदा हो सकते हैं । जिला कार्यक्रमअधिकारी डाॅ0 अनुराधा ने बताया कि हेपैटाईसिस का पता खून की जांच, अल्ट्रासांउंड करवा कर लगाया जा सकता है । उन्होंने बताया कि बच्चों को टीका लगाकर इससे सुरक्षित किया जा सकता है । डाॅ0 मोहित ठाकुर ने हेपेटाईटिस से बचने के लिए सभी का वैक्सीनेशन करवाने की जरूरत पर बलदिया । इस अवसर पर भाषण प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें वैशाली ने पहला, कनिक्षाने दूसर तथा गीतांजली ने तीसरा स्थान हासिल किया, जिन्हें मुख्य अतिथि द्वारा नगर पुरस्कार प्रदान किए गए ।