नाहन: एचपीएफए से संबद्घ जिला फुटबाल संघ सिरमौर ने अपने समकक्ष खड़े किए दूसरे संघ के अस्तित्व पर आपत्ति जाहिर की है. इसको लेकर संघ ने मंगलवार को उपायुक्त सिरमौर को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें दूसरे संघ को मान्यता न देने की मांग उठाई है. जिला फुटबाल संघ के महासचिव दीपक शर्मा व वरिष्ठ उपाध्यक्ष मोहम्मद इकराम समेत अन्य पदाधिकारियों ने दूसरे संघ को स्वयंभू करार दिया है. उन्होंने उपायुक्त सिरमौर को सौंपे ज्ञापन में बताया कि जिला फुटबाल संघ सिरमौर हिमाचल प्रदेश फुटबाल संघ (एचपीएफए) व आल इंडिया फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के दिशा निर्देशों पर कार्य कर रहा है. इस संघ में 2003 तक राम सिंह थापा महासचिव रहे. इसके बाद हीरा सिंह अध्यक्ष व कुलीन शर्मा महासचिव रहेे. इस संघ के पूर्व विधायक कुश परमार भी अध्यक्ष रह चुके हैं.
दो मार्च 2014 इस संघ ने पांवटा साहिब में नई कार्यकारिणी का गठन किया, जिसमें पूर्व विधायक किरनेश जंग को अध्यक्ष बनाया है और दीपक शर्मा संघ के महासचिव हैं. अभी भी संघ में यही कार्यकारिणी कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि जो हाल ही में फुटबाल संघ बनाया गया है, उसके कुछ फुटबाल खिलाडिय़ों ने पंजीकृत फुटबाल संघ में रहते हुए दूसरी कार्यकारिणी का गठन किया है, जिसका कोई अस्तित्व नहीं है. उन्होंने कहा कि जिला फुटबाल संघ सिरमौर हिमाचल प्रदेश फुटबाल संघ के साथ साथ आल इंडिया फुटबाल फेडरेशन से भी संबद्घ है, जिनके दिशा निर्देशों के तहत फुटबाल संबंधी गतिविधियों को आयोजन किया गया है. उन्होंने उपायुक्त सिरमौर को जिला फुटबाल संघ सिरमौर की विभिन्न गतिविधियों, कार्यकारिणी, कार्यवाही, उसके अस्तित्व व संबद्घता संबंधी दस्तावेज भी प्रस्तुत किए. दीपक शर्मा ने दावा किया है कि नए बने इस संघ में कुछ लोगों को गुमराह करके शामिल किया गया है. समानांतर संघ में शामिल हुए कुछ लोगों ने उन्हें धोखो से शामिल करने की बात कही है. दीपक शर्मा ने कहा कि नया फुटबॉल संघ बनाने की बजाय इन लोगों हमारे साथ काम करने खुला निमंत्रण दिया है. यह लोग अपनी द्वेष भावना छोड़कर जिला फुटबॉल संघ के साथ मिलजुल कर काम करें.