कविता: डाॅ एम डी सिंह की ओर से लिखी गई ये सुंदर कविता “डूब गए सब घर ” आप भी पढ़िए……

डाॅ एम डी सिंह
डाॅ एम डी सिंह
आदर्श हिमाचल ब्यूरो 
शिमला। देश में हो रही मॉनसून ने सब कुछ तबाह करके रख दिया है। देश के हरेक कोने से दिनरात तबाही की खबरे सामने आ रही है। कई लोगों को  इस आपदा में  अपनी जान गवानी पड़ी तो कईयों के घर तबाह हो गए।  ऐसे में लेखक डाॅ एम डी सिंह ने इस भयानक आपदा पर एक कविता “डूब गए सब घर ” लिखी है  जोकि इस प्रकार है…….
नदी न जाने किस नाव से
घूमने आई शहर
घाट गली चौराहे डूबे
डूब गए सब घर
सड़कें डूबीं
मंदिर मस्जिद गुरुद्वारे डूबे
जो भी मिला सामने सारे डूबे
पुल के नीचे पुल के ऊपर
घूमती रही नदी इधर-उधर
डूब गए सब घर
झोपड़ी डूबी
सब्जी वाले की टोकरी डूबी
मछली वाले की पोखरी डूबी
मंत्री जी का बंगला डूबा
धनी डूबा कंगला डूबा
पहुंच कचहरी नदी ने पीछे मुड़कर
नाविक से पूछा संसद है किधर
डूब गए सब घर
चप्पू ठिठके नाव रुकी
नाविक उतर गिरता पड़ता भागा
खड़ी सामने रास्ता रोक
कमर भर पानी में
स्वरपकड़-यंत्र हाथ में लिए
लड़की को देख चौंक पड़ी नदी
‘मैं नंबर एक खबरी चैनल की हूं रिपोर्टर
पूछ रही हूं तुमसे यमुना!
यह है किसान देश की राजधानी दिल्ली
आकर यहां उड़ा रही हो इसकी खिल्ली
लगा नहीं क्या तुमको डर——‘
डूब गए सब घर
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