गरीब व जरूरतमंद मरीजों को आयुष्मान और हिमकेयर का मिला सहारा

जिला हमीरपुर में दस हजार से अधिक मरीजों का हुआ मुफ्त इलाज

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

हमीरपुर। एक तो गरीबी और उस पर बीमारी की मार। ऐसे में कोई जरूरतमंद एवं असहाय मरीज करे भी तो क्या करे? जी हां, एक ऐसा भी दौर था कि जब गरीब परिवार का कोई सदस्य किसी गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाता था तो वह परिवार आर्थिक और मानसिक रूप से पूरी तरह टूट जाता था। इलाज के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती और कई बार पैसे की कमी के कारण मरीज का इलाज ही नहीं हो पाता था।

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अब ऐसे गरीब मरीजों के इलाज में पैसे की कमी कभी आड़े ही नहीं आ सकती है। बीमारी के संकट के समय ऐेसे लोगों की मदद के लिए केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत योजना और हिमाचल प्रदेश सरकार ने हिमकेयर योजना आरंभ की है। इन योजनाओं का लाभ उठाकर गरीब व अन्य पात्र लोग अपना मुफ्त इलाज करवा सकते हैं।  जिला हमीरपुर में भी हजारों लोग इन योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं। गरीब और अन्य जरुरतमंद मरीजों के लिए ये योजनाएं बहुत बड़ा सहारा साबित हो रही हैं। अभी तक जिला में दस हजार से अधिक लोग आयुष्मान और हिमकेयर योजना का लाभ उठाकर अपना मुफ्त इलाज करवा चुके हैं। इनके इलाज पर लगभग सवा चार करोड़ की धनराशि खर्च की गई है।

   मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना सोनी ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत जिला में 52,646 लोगों के कार्ड बनाए गए हैं। इनमें से अभी तक 1986 लोग मुफ्त इलाज की सुविधा प्राप्त कर चुके हैं और इनका क्लेम लगभग 80 लाख रुपये है। इसी प्रकार हिमकेयर योजना के अंतर्गत जिला में 41,462 कार्ड बनाए जा चुके हैं, जिनमें से 8,663 लोगों ने मुफ्त इलाज की सुविधा का लाभ उठाया है और इनकी क्लेम राशि तीन करोड़ 44 लाख रुपये से अधिक है। इनमें से कई लोग बहुत ही गंभीर बीमारियों के शिकार थे और इन बीमारियों का इलाज बहुत ही महंगा था, लेकिन संकट के समय आयुष्मान भारत और हिमकेयर योजना इन लोगों के लिए बहुत मददगार साबित हुई।

  बीपीएल वर्ग के लोग आयुष्मान भारत योजना में अपना पंजीकरण करवा सकते हैं। इस योजना में सालाना पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज का प्रावधान है। इसके लिए लाभार्थी से कोई भी प्रीमियम नहीं लिया जाता है। हिमाचल में अगर कोई जरुरतमंद परिवार आयुष्मान भारत योजना से छूट जाता है तो उसे भी चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। ऐसे छूटे लोगों के लिए ही प्रदेश सरकार ने हिमकेयर योजना आरंभ की है।

    आयुष्मान भारत की तरह ही हिमकेयर योजना भी काफी कारगर साबित हो रही है। एकल नारियां, 40 प्रतिशत से अधिक विकलांगता के शिकार व्यक्ति, 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक, आंगनबाड़ी कर्मचारी, मिड डे मील कर्मचारी, आशा वर्कर्स, दैनिक वेतनभोगी सरकारी कर्मचारी, पार्ट टाइम वर्कर्स, संविदा कर्मचारी, आउटसोर्स कर्मचारी और अन्य पात्र लोग सालाना मात्र 365 रुपये प्रीमियम देकर हिमकेयर योजना का लाभ उठा सकते हैं। बीपीएल वर्ग, मनरेगा वर्करों और पंजीकृत रेहड़ी-फहड़ी विक्रेताओं से कोई भी प्रीमियम नहीं लिया जाता है।

इन श्रेणियों से छूटे लोगों को भी हिमकेयर योजना में कवर करने की व्यवस्था की गई है। उनके लिए सालाना प्रीमियम राशि एक हजार रुपये निर्धारित की गई है। हिमकेयर योजना में चयनित परिवार के अधिकतम पांच सदस्य सालाना पांच लाख रुपये तक मुफ्त इलाज करवा सकते हैं।  

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