आदर्श हिमाचल ब्यूरों
मंडी। प्राचीन मंदिरों की नगरी मंडी, जिसे ‘छोटी काशी’ के नाम से भी जाना जाता है, इन दिनों सैर पर्व की तैयारियों में सराबोर है। ऋतु परिवर्तन और नई फसल के स्वागत का प्रतीक यह पारंपरिक पर्व आगामी मंगलवार को पूरे जिले में श्रद्धा, उल्लास और सांस्कृतिक उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इस वर्ष भारी बरसात से मंडी को व्यापक नुकसान झेलना पड़ा, लेकिन अब जनजीवन धीरे धीरे सामान्य हो रहा है और लोग उत्सव की तैयारियों में जुट गए हैं। शहर के सेरी मंच पर लगी अस्थायी दुकानों में खरीदारी को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। इस अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है।
किसानों की खुशहाली का प्रतीक पर्व
बता दें कि सैर पर्व को अनाज पूजा का पर्व भी माना जाता है, इस दिन किसान नई फसल जैसे मक्की, धान, तिल, कोठा और गलगल आदि की पूजा करते हैं और बेहतर उपज के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं। पेठू की पूजा और बुजुर्गों को अखरोट व दूर्वा (द्रुब) अर्पित कर आशीर्वाद लेने की परंपरा निभाई जाती है। बच्चों और युवाओं में इस दिन अखरोट खेलने की विशेष परंपरा है, हालांकि मक्की और अखरोट का सेवन वर्जित माना जाता है।
भादो माह का समापन और धार्मिक मान्यताएं
यह पर्व भादो माह के समापन और आश्विन संक्रांति के स्वागत के रूप में भी देखा जाता है। लोक मान्यताओं के अनुसार, भादो को ‘काला महीना’ माना जाता है और इस अवधि में नवविवाहिताएं मायके में रहती हैं। सैर पर्व के दिन वे अपने ससुराल लौटती हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, ग्राम देवता भादो माह में घोघरधार क्षेत्र में रात्रिचरिणी शक्तियों से युद्ध हेतु प्रस्थान करते हैं और सैर पर्व के दिन उनकी वापसी होती है। गूरों द्वारा इस युद्ध का वर्णन किया जाता है, जो जनमानस में आस्था को मजबूत करता है।
ग्रामीण संस्कृति का उत्सव
सैर पर्व ग्रामीण जनजीवन, कृषि संस्कृति और पारंपरिक रीति-रिवाजों का जीवंत उत्सव है। ढोल-नगाड़ों की थाप, पारंपरिक गीत-संगीत और लोकनृत्य पर्व की रौनक को दोगुना कर देते हैं। गांवों में सामूहिक भोजों और मेल-मिलाप का विशेष आयोजन होता है, जिससे सामाजिक समरसता को बल मिलता है।
संस्कृति और आधुनिकता का मेल
तेजी से बदलती जीवनशैली के बीच यह पर्व लोगों को अपनी जड़ों से जोड़ने का कार्य कर रहा है। सैर पर्व न केवल धार्मिक आस्था, बल्कि सामाजिक एकजुटता और सांस्कृतिक पहचान का भी प्रतीक बन चुका है, नई फसल, लोक परंपराएं और धार्मिक विश्वास इस उत्सव को विशेष बनाते हैं।
उपायुक्त ने दी शुभकामनाएं
इस दौरान जिलाधिकारी अपूर्व देवगन ने सैर पर्व के अवसर पर समस्त जिलावासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह पर्व सभी के जीवन में खुशहाली, समृद्धि और आपसी भाईचारे की भावना को और मजबूत करेगा।