बिना कुछ बताए निजी अस्पताल प्रबंधन ने प्रसव के समय निकाली गर्भवती महिला, परिवारजनों ने दर्ज करवाई लापरवाही की शिकायत

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आदर्श  हिमाचल ब्यूरो

पालमपुर। क्षेत्र के एक व्यक्ति ने एक निजी अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में कोताही बरतने और उसकी गर्भवती पत्नी को बाहर निकालने का आरोप लगाया है। महिला के पति शशिकांत गुप्ता ने मंगलवार को पुलिस थाना पालमपुर में शिकायत दर्ज करवाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि अंतिम समय में गर्भवती पत्नी को निजी अस्पताल से बाहर निकाल दिया गया और प्रसूति काल में लिए पैसे भी बाहर फेंककर गेट बंद कर दिया। शिकायतकर्ता के अनुसार, निजी अस्पताल में पत्नी का इलाज गर्भधारण के समय से ही किया जा रहा था। ऐसे में चिकित्सक की सलाह पर छह जुलाई को पत्नी को लेकर गया।
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अस्पताल के डॉक्टरों ने अल्ट्रासाउंड करवाने की सलाह दी। अल्ट्रासाउंड 10 जुलाई को एक निजी होटल के समीप लैब में किया गया। रिपोर्ट देखने के बाद चिकित्सक ने नॉर्मल डिलीवरी करवाने की बात कहकर 12 जुलाई को आने की सलाह दी। शिकायत के अनुसार, गर्भवती की तबीयत खराब होने पर स्वजन उसे 11 जुलाई को ही अस्पताल ले गए। इस दौरान 10 हजार रुपये एडवांस फीस भी जमा करवा दी। शशि गुप्ता ने बताया कि उन्होंने अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट कुछ जानकार चिकित्सकों को भेजी तो उन्होंने गड़बड़ बताई।
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बकौल शशिकांत, उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से अन्य अस्पताल में भेजने का अनुरोध किया तो कथित तौर पर गेट बंद कर दिया। इस पर महिला के पति ने पुलिस में सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो निजी अस्पताल प्रबंधन नाराज हो गया। इसके बाद गर्भवती को बाहर निकाल दिया। स्वजन पुलिस की ही गाड़ी में गर्भवती को एक अन्य अस्पताल ले गए, जहां पता चला कि बच्चे की मौत हो चुकी थी। अस्पताल में नॉर्मल डिलीवरी हुई और मृत बच्चा पैदा हुआ। डीएसपी अमित शर्मा ने शिकायत दर्ज करने की पुष्टि की है।

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