आदर्श हिमाचल ब्यूरों
हमीरपुर। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा ग्रामीण आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए कृषि के साथ-साथ बागवानी, पशुपालन, दुग्ध उत्पादन और मत्स्य पालन जैसे क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयास अब रंग लाने लगे हैं। हिमाचल प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित होकर कई प्रगतिशील किसान समग्र कृषि मॉडल को अपनाकर अपने गांव में ही लाखों की आय अर्जित कर रहे हैं। ऐसे ही सफल किसानों में हमीरपुर जिले के दियोटसिद्ध क्षेत्र के गांव बाहल अर्जुन निवासी कृष्ण चंद का नाम प्रमुखता से उभर कर सामने आया है। कृष्ण चंद ने कृषि, बागवानी, पशुपालन एवं मत्स्य पालन विभागों की योजनाओं का भरपूर लाभ उठाकर करीब 40 कनाल भूमि पर समग्र खेती का एक अनुकरणीय मॉडल विकसित किया है।
पूर्व में वेल्डिंग का कार्य कर जीवन यापन कर रहे कृष्ण चंद के पास पुश्तैनी भूमि तो थी, परंतु संसाधनों की कमी के चलते वह इससे आय नहीं कर पा रहे थे। सरकार की योजनाओं की जानकारी मिलते ही उन्होंने मत्स्य पालन के लिए 14 लाख रुपये की परियोजना बनाई, जिस पर 60 प्रतिशत (लगभग 8.40 लाख रुपये) की सब्सिडी प्राप्त हुई, और साथ ही उन्होंने सौर ऊर्जा चालित पंप भी स्थापित किया। इसके अलावा, उन्होंने उद्यान विभाग की 85 प्रतिशत सब्सिडी पर पॉलीहाउस स्थापित कर फूलों की खेती प्रारंभ की, जिसके फूल दिल्ली तक भेजे जा रहे हैं। वर्ष 2022 में मुख्यमंत्री के आह्वान पर उन्होंने प्राकृतिक खेती भी शुरू की, वर्तमान में वह मक्की, गेहूं जैसी पारंपरिक फसलों के साथ-साथ खेतों की मेंढ़ों पर आड़ू, प्लम, खुमानी और अनार के पौधों का उत्पादन कर रहे हैं।
कृष्ण चंद ने साहीवाल नस्ल की गायें पालकर उनके गोबर से वर्मी कंपोस्ट खाद तैयार करने की व्यवस्था भी की है। उनके तालाबों में तैयार होने वाली 6 किस्मों की मछलियां स्थानीय बाजार में ही बिक रही हैं। इस दौरान उन्होंने बताया कि फूलों की खेती से सालाना 3 से 4 लाख रुपये और मत्स्य पालन से लगभग ढाई लाख रुपये की शुद्ध आय हो रही है। इस समग्र मॉडल से न केवल उन्हें आर्थिक संबल मिला है, बल्कि वह अन्य किसानों के लिए प्रेरणास्रोत बन गए हैं। मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कृष्ण चंद ने कहा कि यदि युवा सरकारी नौकरी के पीछे भागने के बजाय अपनी भूमि पर आधुनिक व प्राकृतिक तरीके से खेती करें, तो वे घर बैठे सम्मानजनक आमदनी अर्जित कर सकते हैं और दूसरों को भी रोजगार प्रदान कर सकते हैं।