आगामी सीजन के दौरान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पंजाब सरकार पूरी तरह तैयार: अनुराग वर्मा

मुख्य सचिव ने उच्च अधिकारियों के साथ मिलकर बाढ़ की रोकथाम के प्रबंधों का जायज़ा लिया

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

 

 

चंडीगढ़, पंजाब के मुख्यमंत्री एस. भगवंत सिंह मान की ओर से आगामी सीजन के दौरान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रबंधकों का न्यायादेश लेने के दिए गए विश्लेषकों पर मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने संबंधित गतिविधियों के उच्च अधिकारियों और सभी डिप्टी कमिश्नरों के साथ मिलकर और बाढ़ की रोकथाम के लिए संबंधित कामों की स्थिति और तैयारियों का न्यायादेश लिया।

 

मुख्य सचिव वर्मा ने कहा कि राज्य सरकार आने वाले सीजन के दौरान किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि राज्य में बड़ी संख्या में काम प्रगति की अधीनता है, जो पहले से ही पूरी करने के लिए शुरू होगी। बाढ़ के मौसम के लिए की जा रही तैयारियों का नोटिस लेते हुए मुख्य सचिव ने डिप्टी कमिश्नरों को पिछली घटनाओं को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग रननीतक स्थानों पर मिट्टी के साथ भरी ई.सी. बैगों का स्टाक रखने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि डिप्टी कमिश्नर अपने-अपने जिलों में किए गए कामों का न्यायोचित विवरण लेने और अपने अधिकार क्षेत्र के अधीनस्थ स्थानों का दौरा कर समीक्षा करें।

 

मुख्य सचिव ने राज्य सरकार की तरफ से ज़िम्मेदार जा रहे कामों का विवरण जारी करते हुए बताया कि जल स्रोत विभाग द्वारा पहली बार राज्य डिजास्टर मिटिगेशन फंड (एस.डी.एम.एफ.) के द्वारा 75 करोड़ रुपये की लागत वाले 65 काम किए जा रहे हैं। इसके इलावा मगनरेगा के अधीन और उनके साथ मिल कर लगभग 150 करोड़ रुपये के 716 काम किये जा रहे हैं। इसके साथ ही लगभग 15 करोड़ रुपए के 129 कार्य विभागीय कर्मचारियों द्वारा पूरे किये जाने हैं। उन्होंने आगे बताया कि चिकित्सकीय और जरूरतमंदों के आधार पर स्टेट फंड्स द्वारा लगभग 81 करोड़ रुपये के 327 काम किये जाने का प्रावधान है।

 

 

इस तरह जल स्रोत विभाग की तरफ से वर्ष 2024- 25 में लगभग 321 करोड़ रुपये के कुल 1237 काम किए जाएंगे। इस बार बांस के पौधे लगाकर नई पहलकदमी शुरू की गई है। बांस के पौधे प्राकृतिक परिवेश के तौर पर काम करते हैं और सूखने के बाद सूखने वाले नुक्सान को पूरा करते हैं। कुल 250,000 बांस के पौधे लगाए गए हैं। विभाग की तरफ से बाधा की रोकथाम के लिए चक बांधों का निर्माण का काम भी शुरू किया गया है। लगभग 432 चक बांध बनाये गये हैं।

 

 

मुख्य सचिव वर्मा ने एन. एच. ए. आई., लोक निर्माण विभाग और मंडी बोर्ड को बाढ़ के पानी में आने वाली संभावित क्षेत्रों को दूर करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे पानी के बहाव में कोई बाधा नहीं आएगी। एन. एच. ए. आई. ने कहा कि जीत की शुरुआत से पहले ही सफ़ाई को यकीनी बनाया जाएगा। कवर्धा में प्रमुख सचिव वित्त अजोए कुमार सिन्हा, प्रमुख सचिव जल स्रोत कृष्ण कुमार, सचिव लोक निर्माण प्रियांक भारती, सचिव राजस्व अर्शदीप सिंह थिंद, सचिव वित्त दीपर्वा लाकड़ा, सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायत अमित कुमार, सचिव कृषि अजीत जोशी और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा एन. एच. आई. के अधिकारी और ग्रुप डिप्टी कमिश्नर उपस्थित थे।