आदर्श हिमाचल ब्यूरों
हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में कम ऊंचाई और कम नमी वाले इलाकों में भी फल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उद्यान विभाग ने नई पहल शुरू की है। इसी कड़ी में भोरंज उपमंडल के गांव पपलाह के किसान राजेंद्र कुमार ने ड्रैगन फ्रूट की खेती कर जिले में एक नई मिसाल कायम की है। राजेंद्र कुमार ने लगभग पांच कनाल भूमि पर ड्रैगन फ्रूट का बागीचा और नर्सरी तैयार की है। उन्होंने महाराष्ट्र में प्रशिक्षण लेने के बाद उद्यान विभाग से सब्सिडी लेकर 216 पोलों पर कुल 864 पौधे लगाए हैं। जिसमें शुरुआती फसल में लगभग पांच क्विंटल उत्पादन हुआ है, जिसे बाजार में 200 से 250 रुपये प्रति किलो की दर से बेचा जा रहा है।
इस दौरान राजेंद्र ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट की खेती में शुरुआती खर्च लगभग 2,000 से 2,500 रुपये प्रति पोल आता है, लेकिन पौधे लगने के बाद यह किसानों के लिए अच्छी आय का स्रोत बनती है, उन्होंने अपनी नर्सरी भी स्थापित कर दी है, जिससे अन्य किसान भी पौधे खरीद सकते हैं। उद्यान विभाग के अधिकारी राजेंद्र के इस प्रयास को मॉडल के रूप में विकसित करने में लगे हुए हैं ताकि अन्य किसान भी इस फलों की खेती की ओर प्रेरित हो सकें। यह पहल हमीरपुर के फल उत्पादन को बढ़ावा देने में सहायक साबित हो सकती है।