आदर्श हिमाचल ब्यूरों
रामपुर। उपमंडल दंडाधिकारी रामपुर हर्ष अमरेंद्र सिंह ने बताया कि लवी मेला रामपुर के अंतर्गत 1 से 3 नवंबर, 2025 तक आयोजित की जा रही अश्व प्रदर्शनी में घोड़ों के पंजीकरण की संख्या लगातार बढ़ रही है। पहले दिन जहां 65 घोड़ों का पंजीकरण हुआ था, वहीं प्रातः 9 बजे से पुनः पंजीकरण शुरू होने के बाद दोपहर 1 बजे तक कुल 187 घोड़ों का पंजीकरण किया गया। भारतीय सेना की रिमाउंट वेटनरी कॉर्प्स (22 मोबाइल, एवरी पट्टी) द्वारा आज भी एक उपचार शिविर आयोजित किया गया, जबकि ब्रुक्स इंडिया लिमिटेड ने भी घोड़ों की देखभाल संबंधी शिविर लगाया।
इसी दौरान प्रातः 11:30 बजे अश्वपालकों के लिए गोष्ठी का आयोजन भी किया गया, जिसमें डॉ. समर चौहान, डॉ. चंदन राणा (पशु औषधि विशेषज्ञ) तथा शशांक शुक्ला (भारतीय सेना, एवरी पट्टी) ने अश्वों के सही प्रबंधन एवं रोगों की रोकथाम पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इसके तत्पश्चात ब्रुक्स इंडिया द्वारा घोड़ों की नाल एवं खुर की देखभाल पर लाइव डेमोंस्ट्रेशन प्रस्तुत किया गया और किसान गोष्ठी में लगभग 100 पशुपालकों ने भाग लिया, जिन्हें चिकित्सा किटें भी वितरित की गईं। आज के दिन सबसे महंगा घोड़ा ग्राम बर्र, डाकघर गुलिंग, तहसील काजा (लाहौल-स्पीति) के श्री छेरिंग टुडूप द्वारा ₹84,000 में बेचा गया, जिसे श्री देवेंद्र सिंह, ग्राम एंडी, ज़िला टिहरी गढ़वाल (उत्तराखंड) ने खरीदा। इस तरह अधिकारियों के अनुसार, 3 नवंबर, 2025 को अश्व प्रदर्शनी का अंतिम दिवस होगा, जिसमें उत्तम अश्वों का चयन, घुड़दौड़ प्रतियोगिता और गुब्बारा फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।











