राहत: नाल्डा गांव में चंद्रभागा नदी का अवरुद्ध हुआ बहाव एक तरफ से खुला

0
3

लाहौल स्पीति: हिमाचल प्रदेश इन दिनों आपदाओं का गढ़ बन गया है, बीते एक माह में किन्नौर जिले में दो बड़े भूस्खलन ने कितनों को अपनी आगोश में ले लिया है. आपदाओं से जूझ रहे हिमाचल में इस बार लाहुल की पाटन घाटी के नालड़ा गांव में पहाड़ी टूटने से चंद्रभागा नदी का बहाव रुक गया था. नदी के अवरुद्ध हो जाने की वजह से वहां नदी ने डैम का स्वरूप लेना शुरू कर दिया था. इसी बीच एक राहत की खबर है कि नदी में एक और से पानी का रिसाव होना शुरू हो गया है, जिससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है.

घटना सुबह लगभग 9:00 बजे की है, जब पहाड़ी टूटने की आवाज समस्त पटल घाटी को सुनाई दी और पहाड़ी से मलबा लगातार टूटते रहने की वजह से नदी का बहाव लगभग 25 मिनट तक रुक गया. हाल यह रहा कि नदी ने तलाब का स्वरूप लेना शुरू कर दिया. बहाव रुक जाने की वजह से निचले एरिया के चार घर भी नदी में डूब गए.

प्रशासन को खबर मिलते ही तुरंत एक्शन में आते हुए उन्होंने एहतियातन तौर पर निचले स्तर के सभी ग्रामों को खाली कराना शुरू कर दिया, साथ ही कैबिनेट मंत्री व स्थानीय विधायक डॉ रामलाल मारकंडे ने स्थानीय लोगों से सतर्क रहने की अपील की है.

बता दें कि भूस्खलन नाकेबंदी पर चंद्रबाग जल प्रवाह शुरू हो गया है. हालात नियंत्रण में हैं और सभी डाउनस्ट्रीम गांवों को एहतियात के तौर पर खाली करा लिया गया है.