हिमाचल प्रदेश सरकार ने मंगलवार को सदन के पटल पर कहा कि कोविड महामारी ने लोगों के जीवन में भारी तबाही मचाई है और विभिन्न अस्पतालों में कोविड पीड़ितों के लावारिस अंतिम संस्कार के अवशेष पड़े हैं. यह बात स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सहजल ने विधानसभा सदस्यों द्वारा लाए गए नियम 62 के तहत चर्चा का जवाब देते हुए कही.
उन्होंने कहा कि भारी तबाही और इसके व्यापक प्रभाव को ध्यान में रखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोना वायरस के प्रभाव को महामारी घोषित किया गया था, कोई भी राष्ट्र चाहे वह कितना भी उन्नत क्यों न हो, इस तबाही से मुक्त नहीं रह सकता.
मंत्री ने कहा कि वह राज्य में डॉक्टरों और स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों के प्रयासों की सराहना करते हैं उन्होंने अपनी जान की परवाह ना करते हुए लोगों को अपनी सेवाएं प्रदान करने के लिए अथक परिश्रम किया. उन्होंने बताया कि कोविड पीड़ित के कई लावारिस अंतिम संस्कार के अवशेष हैं जिनकी अस्पताल में मृत्यु हो गई और प्रशासन द्वारा उनका अंतिम संस्कार किया गया.
डॉ सहजल ने कहा कि महामारी की शुरुआत में राज्य में केवल दो ऑक्सीजन प्लांट (आईजीएमसी और मंडी) थे, जिन्हें अब आठ कार्यात्मक संयंत्रों तक बढ़ा दिया गया है. आईजीएमसी ऑक्सीजन प्लांट बिना किसी समस्या के चल रहा है, लेकिन सदस्य ने प्लांट में गंभीर खामियां बताईं. राज्य सरकार ने 108 योजना के तहत 198 विशेष एम्बुलेंस प्रदान की हैं और केंद्र द्वारा अतिरिक्त 109 एम्बुलेंस को मंजूरी दी गई है. राज्य में 10,000 आइसोलेशन किट उपलब्ध हैं और अस्थायी अस्पतालों को चालू कर दिया गया है. लगभग 40 लाख लोगों को टीकाकरण की पहली खुराक दी गई है और 13.89 लाख को दूसरी खुराक (24 पीसी) दी गई है.
मंत्री ने कहा कि पहली लहर के बाद से 40 लाख लोगों के नमूने कोविड परीक्षण के लिए लिए गए थे और 2.59 लाख का परीक्षण सकारात्मक था.
मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्षी सदस्यों ने आरोप लगाया कि उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों को चर्चा के दौरान संबोधित नहीं किया जा रहा है और विधानसभा से वॉक आउट कर दिया. बाद में, मुख्यमंत्री ने विपक्ष के वॉक आउट की निंदा करते हुए कहा कि सदन से उनकी अनुपस्थिति में, विपक्षी सदस्यों को विधानसभा से वॉक आउट नहीं करना चाहिए और कम से कम मंत्री का पूरा बयान सुनना चाहिए, जो सभी मुद्दों और सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का जवाब दे रहे थे.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि “मैं सदन में नहीं था और अपने कक्ष में लोगों से मिल रहा था जब विपक्षी सदस्य वॉक आउट कर रहे थे।” कांग्रेस के शासन के दौरान राज्य के अस्पताल में केवल 69 वेंटिलेटर थे लेकिन अब जब भाजपा सत्ता में है तो 800 वेंटिलेटर हैं जिनमें से 500 को प्रधानमंत्री स्वास्थ्य देखभाल योजना के तहत प्रदान किए गए हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल उन नंबर-1 राज्यों में शामिल है, जिन्होंने बड़ी संख्या में लोगों को कोविड का टीका लगाया है.
मुख्य्मंत्री ने दावा किया कि हिमाचल भी उन दो तीन राज्यों में शामिल है, जहां कोविड वैक्सीन की कोई बर्बादी नहीं हुई है. दो दिनों तक चली चर्चा में 17 सदस्यों ने भाग लिया.