हिमाचल में बनी अलसर समेत 15 दवाओं के सैंपल फेल, देश भर से 1061 दवाओं लिए गए सैंपल में से 36 सैंपल हुए फेल

सोलन: हिमाचल प्रदेश में बनी अलसर समेत 15 दवाओं के सैंपल अक्तूबर में फेल हो गए हैं। दो कंपनियों के दो-दो व एक कंपनी से तीन सैंपल एक साथ फेल हुए हैं। सोलन जिले की नौ, बिलासपुर की तीन, सिरमौर की दो व कांगड़ा की एक कंपनी के दवा सैंपल फेल हुए हैं।

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केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रक संगठन के अक्तूबर के ड्रग अलर्ट में ये दवाइयां मानकों पर सही नहीं पाई गई हैं। इन दवाइयों में अल्सर, बुखार, वैक्टीरियल इंफेक्शन, सूखी खांसी, तनाव, डाईजेशन, विटामिन की कमी, एनेस्थीसिया, दर्द व सूजन आदि की दवाएं शामिल हैं। संगठन ने देश भर की 1061 दवाओं के सैंपल लिए थे, जिनमें 1025 सैंपल पास हुए, जबकि 36 सैंपल फेल हुए हैं। इनमें 15 हिमाचल प्रदेश में बनी हैं। राज्य ड्रग कंट्रोलर नवनीत मरवाह ने बताया कि सिरमौर के कालाअंब स्थित शिवम एंटरप्राइजिज की दवा रेनीटाईडिन एचसीएल इंजेक्शन, कालाअंब के ओगली स्थित डिजिटल विजन कंपनी की दवा सी कोल्ड, सोलन के झाड़माजरी में स्कॉट एडिल कंपनी की वैक्टीरियल इंफेक्शन की दवा, झाड़माजरी की हिलक्राप्ट कंपनी की दवा एंब्रोलिट डी प्लस के दो सैंपल फेल हुए हैं।

नालागढ़ के सैणी माजरा स्थित थियोन फार्मास्युटिकल कंपनी की तनाव की दवा प्रेगाबालिन कैप्सूल, झाड़माजरी की श्रीराम हेल्थ केयर कंपनी की अल्सर की दवा पेंटाप्रोजोल, लोधी माजरा की नवकार लाइफ साइंस कंपनी में वैक्टीरियल इंफेक्शन की दवा एफलोक्सासीन एंड ओमिडा जोल, झाड़माजरी स्थित इनोवा कैपटैब कंपनी में अल्सर की दवा रेबीप्रोजोल के सैंपल सही नहीं पाए गए। बिलासपुर की टाईडिल कंपनी की ट्रामोडोल, ओक्टोक्सीड कैप्सूल व इनजोक्स प्लस टैबलेट के तीन सैंपल फेल हुए हैं।