ठियोग की पाठशाला चियोग स्कूल के प्रधानाचार्य संदीप शर्मा बने समाज के लिए प्रेरणास्त्रोत

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। ठियोग के वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चियोग स्कूल के प्रधानाचार्य संदीप शर्मा अपनी छात्रहित की सोच के कारण शिक्षकों एवं आम समाज के लिए प्रेरणास्रोत बने हैं। संदीप शर्मा ने अभी हाल ही में जमा दो में स्कूल शिक्षा बोर्ड की मेरिट सूची में आने वाली दो छात्राओं को अपनी जेब से एक-एक लाख इनाम देकर उनमें शिक्षा के प्रति अपूर्व भाव जागृत किया है। चियोग स्कूल की जमा दो की छात्रा सिमरन ने काॅमर्स संकाय से राज्य में तीसरा स्थान हासिल किया था। जबकि वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जुग्गर की छात्रा साक्षी शर्मा ने कला संकाय मंे राज्य में चैथा स्थान हासिल किया था। सिमरन के पिता पेशे से चालक है जबकि साक्षी के पिता किसान है। साधारण आर्थिक पृष्ठभूमि की छात्राओं में जब संदीप शर्मा ने अध्ययन करने की प्रबल लालसा देखी। तो इन्होंने उन छात्राओं को खूब प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि बेटे अगर तुम्हारा नाम मेरिट लिस्ट में आयेगा तो मैं आपको 1 लाख का इनाम दूंगा। लेकिन शर्त यह है कि आपके एक भी नम्बर कम नहीं होना चाहिए। छात्राओं ने पूरी लगन के साथ अध्ययन शुरू किया जिसका नतीजा यह रहा कि वो दोनों छात्रायें मेरिट सूची में आ गयी। इसके बाद प्रिसीपल संदीप शर्मा ने अपने किये वादे पर कायम रहते हुए उन बच्चियों को अपनी जेब से एक-एक लाख प्रदान किये।

स्कूल भवन निर्माण में भी दिया था 10 लाख का सहयोग

चियोग स्कूल के भवन को प्रशासन द्वारा अनसेफ घोषित किया गया था। ऐसे में वहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों को खुले स्थान पर ही बैठने के लिए मजबूर होना पड़ रहा था। ऐसे में विद्यार्थियों बारिश और कड़ी धूप में परेशान होना पड़ता था। जब प्रधानाचार्य ने देखा कि विभागीय प्रक्रियाओं में लंबा समय लगेगा और इससे बच्चों की दिक्कतें बढ़ती जा रही है। तो उन्होेंने अपनी जेब से 10 लाख देकर बिल्डिंग फंड में डाल दिये जिससे बच्चों के पास आज उम्दा भवन है जिसमंे वे सुविधा के साथ अपनी पढ़ाई कर रहे हैं।

प्रधानाचार्य से अन्य शिक्षक भी ले रहे प्रेरणा

समाज में कोई यदि अच्छा कार्य करता है तो लोग भी उससे प्रेरणा ग्रहण करते हैं ऐसे में चियोग स्कूल के प्रधानाचार्य संदीप शर्मा से भी दूसरे शिक्षक पे्ररणा प्राप्त कर रहे हैं। उसी स्कूल मंे गरीब बच्चों के लिए अन्य अध्यापकों ने सहायता करना प्रारम्भ किया है। जिन बच्चों के युनिफाॅर्म फट जाते हैं या किताबंे काॅपी की समस्या आती है तो अन्य शिक्षक भी अपना पूरा सहयोग प्रदान करते हैं।

खेलों पर भी दे रहे विशेष ध्यान

चियोग स्कूल के प्र्रधानाचार्य बच्चों की मद्द अध्ययन के क्षेत्र में तो करते ही हैं लेकिन खेलों में बेहतर प्रतिभाओं को तराशने के लिए भी वह कार्य कर रहे हैं। उनके स्कूल में कुश्ती के प्रति रूझान बढ़ा तो प्रधानाचार्य ने स्कूल में इस खेल की सुविधाओं के लिए एसजेवीएनएल से संपर्क साधा और स्कूल के लिए रेसलिंग मैट की सुविधा प्रदान की।

सरकारी स्कूल में पढ़ने के लिए बढ़ा रूझान

प्रिसीपंल संदीप शर्मा कहते हैं कि जब सरकारी स्कूल में विद्यार्थियों को शिक्षा की अच्छी सुविधायें मिली तो यहां के स्थानीय अंग्रेजी स्कूलों के विद्यार्थियों ने सरकारी स्कूल की राह पकड़ी। इनके स्कूल में 240 विद्यार्थी ही पढ़ते थे। लेकिन अब 30 वि़द्यार्थी अंग्रेजी स्कूलों से इस सरकारी स्कूल में आये हैं। इससे प्रधानाचार्य संदीप शर्मा में अपूर्व उत्साह है मानो उनका कोई निजी सपना पूरा हुआ हो।