दुखद: कैसें पढ़ेंगे, आगे बढ़ेंगे नौनिहाल, जब चपरासी के भरोसे प्रदेश के इस स्कूल का सारा कामकाज

ग्रामवासी बोले इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा हाल, 66 बच्चों का भविष्य अंधकार में

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हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के रेणुका क्षेत्र के दृाबिल स्कूल में एक भी शिक्षक वर्तमान में नहीं है,
हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के रेणुका क्षेत्र के दृाबिल स्कूल में एक भी शिक्षक वर्तमान में नहीं है,
स्कूल में नहीं एक भी अध्यापक, स्थानीय लोग शिक्षा विभाग के समक्ष बहुत बार रख चुके है मांग, नहीं मिला समाधान
आदर्श हिमाचल ब्यूरो 
शिमला/सिरमौर। पूरे देश में शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल का नाम सम्मान के साथ लिया जाता है। लेकिन कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति सही नहीं है। इस कड़वी हकीकत से मुंह नहीं मोड़ा जा सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में अगर शिक्षकों के खाली पदों को जल्द से जल्द न भार जाए तो आने वाले दिनों में स्थिति सहीं नहीं रहेगी। आज हम आपको बताने जा रहे हैं सिरमौर के रेणुका क्षेत्र के दृाबिल स्कूल की। वर्तमान में यहां एक भी शिक्षक नहीं है।
आपको बताएं कि ये स्कूल पिछले एक साल से केवल एक शिक्षक के सहारे चल रहा था लेकिन उस शिक्षक की भी प्रमोशन हो गई। प्होरमोशन होने के साथ ही उस शिक्षक का तबादला हो गया। तब से अब तक ये स्कूल भगवान भरोसे चल रहा है। स्टाफ के नाम पर यहा केवल एक चपड़ासी है, जो फिलहाल सारे स्कूल का कामकाज देख रहा है।
शिक्षा विभाग को इसकी खबर तक नहीं है। ऐया नहीं है कि शिक्षा विभाग को यहां की स्थिति से अवगत नहीं करवाया गया है। कई बार शिक्षा विभाग के समक्ष इस मामले को उठाने के बाद भी यहां एक भी अध्यापक मौजूद नहीं है। स्थानीय लोगों ने शिक्षा मंत्री से गुहार लगाई है कि बच्चों का भविष्य बर्बाद हो रहा है। जल्द से जल्द यहां के लिए स्टाफ का प्रबंध किया जाए नहींं तो यहां पढ़ने वाले 66 बच्चों का भविष्य अँधकारमय हो जाएगा।
स्थानीय लोगों ने कहा है कि ये काफी दुखद है कि बच्चों के भविष्य से इस तरह खिलवाड़ किया जा रहा है। सरकार को इस तरफ ठोस कदम उठाने चाहिए। ग्रामवासियों का कहना है कि ऐसा पहली बार है कि स्कूल में एक भी शिक्षक बच्चों को पढ़ाने के लिए मौजूद नहीं है।