शिमला के पीयूष ने राष्ट्रीय पैरा-टेबलटेनिस में जीता कांस्य, उमंग के अध्यक्ष प्रो. श्रीवास्तव ने दी बधाई

शिमला: देशभर में खेलों को बढ़ावा देने की दिशा में निरंतर सरकार और संगठन काम कर रहे हैं और पिछले वर्ष के पैरालंपिक्स में भारतीयों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया जिसके बाद इस ओर भी खेलों को बढ़ावा देने की दिशा में बल मिला। हाल ही में राष्ट्रीय पैरा टेबल टेनिस चैंपियनशिप का आयोजन हुआ जिसमें हिमाचल के राजधानी शिमला से आने वाले पीयूष शर्मा ने एक बार फिर कांस्य पदक जीतकर हिमाचल प्रदेश का नाम चमकाया है। उन्होंने यह तमगा दूसरी बार जीता है। व्हील चेयर से टेबल टेनिस खेलने वाले वह हिमाचल प्रदेश के एकमात्र अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हैं। उन्होंने पिछले वर्ष भी इसी प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता था। वह नीदरलैंड्स में व्हील चेयर टेबल टेनिस में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

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इस खबर पर प्रसन्नता जताते हुए उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष और राज्य विकलांगता सलाहकार बोर्ड के विशेषज्ञ सदस्य पूर्व सदस्य प्रो. अजय श्रीवास्तव ने पीयूष शर्मा की इस सफलता और महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए बधाई दी है। प्रोफेसर श्रीवास्तव लगातार प्रदेश में विकलांग लोगों को लेकर आवाज उठाते रहे हैं और उन्हें के अधिकारों के लिए लड़ते भी रहे हैं।

पेशे से इंजीनियर पीयूष शर्मा ने एनआईटी हमीरपुर से डिग्री की थी और अब बंगलोर में एक बड़ी अमेरिकन कंपनी में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने हाल ही में मध्यपदेश के इंदौर में संपन्न हुई राष्ट्रीय पैरा टेबल टेनिस चैंपियनशिप में सुविधाओं और साधनों के अभाव के बावजूद अपना जलवा दिखाया। 

शिमला के रहने वाले पीयूष शर्मा ने सेंट एडवर्ड स्कूल से पढ़ाई करने के बाद हमीरपुर के एनआईटी से इंजीनियरिंग में डिग्री की। पिछले दिनों प्रतिष्ठित प्लाक्शा यूनिवर्सिटी से उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएट फैलोशिप भी की। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में 15 नवंबर को उमंग फाउंडेशन द्वारा आयोजित समारोह में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने उन्हें सम्मानित किया था।