आदर्श हिमाचल ब्यूरो
मंडी, जोनल अस्पताल मण्डी में प्रत्येक वीरवार और श्री लाल बहादूर षास़्त्री मैडिकल कॉलेज नेरचौक में प्रत्येक बुधवार को कलबफूट के लिए चैकआप, ऑपरेषन तथा उपचार किया जाता है। इसके लिए विषेशज्ञों की देख-रेख में षिविर आयोजित किए जाते है। यह जानकारी जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेष ठाकुर ने जोनल अस्पताल मण्डी में आयोजित षिविर की अध्यक्षता करते हुए दी।
उन्होंने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेन्द्र षर्मा के आदेषानुसार कलबफूट का यह षिविर आयोजित किया गया। उन्होंने बताया कि कलबफूट (टेढे-मेढे पैर)े षिषुओं में जन्मजात दोश है, उसके उपचार हेतु यह षिविर आयोजित किए जा रहे है।
डॉ. दिनेष ठाकुर ने बताया कि यह कार्यक्रम ममरेकल फीट इंडिया के सौजन्य से आयोजित किया गया यह गैर-सरकारी संगठन है, जो कलबफूट का उपचार कर रही है, जिसमें आर.बी.एस.के. और एन.एच.एम. के साथ साझेदारी में कार्य कर रही है। इस कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अनुराधा षर्मा ने बताया कि यह संगठन पिछले तीन वर्षों से कार्य कर रहा है और अब तक 50 से अधिक बच्चों का मु््फ्त उपचार व इलाज किया जा चुका है। हड्डी रोग विषेषज्ञ डॉ.संदीप वैद्य ने बताया कि टेडे-मेढे पैर की समस्या जन्म जात होती है और इसे समय पर जितनी जल्दी हो सके
इसका उपचार कराये यदि देरी की गई तो यह समस्या स्थाई हो सकती है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कल्याणकारी स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ उठा कर अपने बच्चों का स्वस्थ भविश्य का निर्माण किया जा सकता है और ऐसे बच्चे भी एक स्वस्थ्य व दोश रहित जीवन जी सकते है।
इस अवसर पर डॉ. वरूण, अमित ठाकुर प्रोग्रम अधिकारी, स्टाफ नर्स और अस्पताल के कर्मचारी तथा कलबफूट के पात्र रोगी उपस्थित थे।