नेपाली श्रमिकों का प्रबंध करें प्रदेश सरकार: महिला कांग्रेस

तहसीलदार कोटखाई के माध्यम से राज्यपाल को भेजा ज्ञापन

आदर्श हिमाचल ब्यूरो
कोटखाई। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हुई अप्रत्याशित बढ़ोतरी के चलते महंगाई अपनी चरम सीमा पर है। यह बात ब्लॉक महिला कांग्रेस कमेटी कोटखाई की अध्यक्षा कमलेश ठाकुर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कही। उन्होंने कहा कि एक तो पहले ही मंदी के चलते देश आर्थिक संकट से गुज़र रहा था अब कोरोना ने देश को पूरी तरह से तबाह कर दिया हैं। ऐसे में केंद्र की मोदी सरकार द्वारा पेट्रोल-डीज़ल के दामों में बढ़ोतरी से जनता पर मुसीबतों का पहाड़ सा टूट गया हैं।
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सरकार को चाहिए था कि कोरोना महामारी को देखते हुए जनता को राहत देने के लिए पेट्रोल और डीजल के दामों में ऐतिहासिक कटौती करती लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार ने लॉक डाउन के बाद पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार बढ़ोतरी की। कमलेश ठाकुर ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतों के चलते सेब की पैकिंग सामग्री में भी अतिरिक्त बढ़ोतरी हुई है जिसका सारा भार बागवानों पर आ गया हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में श्रमिकों की भारी कमी है जबकि प्रदेश सरकार द्वारा श्रमिकों के प्रबंध करने के बड़े-बड़े दावे विफ़ल हुए हैं। कमलेश ने सेब की पांच हजार करोड़ को बचाने के लिए सरकार श्रमिकों के प्रबंध बारें गंभीरतापूर्वक कड़े कदम उठाने की प्रदेश सरकार से मांग की। उन्होंने पेट्रोल और डीजल के दामों में की गई बढ़ोतरी को वापस लेने बारें तहसीलदार कोटखाई के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा ।
उनके साथ विशेष रुप से पुष्पा कंवर, सावित्रा टंडन,गीता राजटा, शांता नेगी, रीना वर्मा, बीना शर्मा,बिरमा काल्टा व कृष्णा सूद भी उपस्थित रहे

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