नकारा साबित हो रहे प्रदेश के बागवानी मंत्री, प्रदेश की फल मंडियों में हाल-बेहाल  -राठौर 

आदर्श हिमाचल ब्यूरो 

 

शिमला। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने सरकार को ाड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रदेश के बागवानी मंत्री हर तरह से नकारा साबित हुए हैं। उनसे मुख्यमंत्री के गृहक्षेत्र की सुध नहीं ली जा रही तो प्रदेश के बाकी क्षेत्रों का वे क्या ध्यान रख पाएंगे। शिमला में आयोजित एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि उन्होंने पिछले प्रदेश की सभी प्रमख फल मंडियों का दौरा कियैा और पाया कि सारी मंडियों में बहुत सारी अव्यवस्थाएं हैं। वहां न तो आने जाने वालों का रिकार्ड रखा जा रहा है और न ही सेनिटाइज्ड की व्यवस्था है।
  उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को सभी फंल मंजडियों में एक प्रवेशद्वार रखना चाहिए था जहां पुपिलस कर्मियों की ड्यूटी लगानी चाहिए थी साथ ही वहां रजिस्टर रख हर आने-जाने वालों का रिकार्ड भी रखा जाना चाहिए था  राठौर ने काह िक सरकार कोविड को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है पहले भी कई मंडियों से कोरोना का मामले आ चुके हैं बावजूद इसके सरकार की लचर व्यवस्था कोरोना फैलाने में पूरी तरह कारगर साबित हो रही है।
राठौर ने काह िक इस कोविड काल में सरकार ने आम लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। आक तरफ कोविड के कारण और दूसरी तरफ मजदूर समय पर न मिल पाने के कारण बागवान बेहद त्रस्त है। उन्होंने कहा कि सेब सीजन शुरू होने से पहले वे शिमला  से विधायक विक्रमादित्त्य सिहं, रोहड़ से विधायक मोहन रलालब्राकटा और रामपुर से विधायक नंदलाल के साथ उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात की थी और उनसे इन सारी कमियों के बारे में पहले ही अवगत करवा दिया गया था।  
उन्होंने कहा  कि इस वक्त प्रदेश के बागवानों को स्कैब रोग का सामना करना पड़ रहा है। सरकार ने पहले तो समय पर बागवोनं को दवाईयां ुपलब्ध नहीं करवाई ौर अब भी इस तरफ कोई गंभीरता नहीं दिखा रही है। आरोप लगाया कि बागवानी मामलों में प्रदेश के बागवानी मंत्री बुरी तरह विफल साबित हुए हैं। सबसे बुरे हाल तो प्रदेश के मुख्यमंत्राी के गृह क्षेत्र जंजहैली के हैं। पर बागवानी मंत्री मुख्यमंत्री के क्षेत्र का ही ध्यान नहीं रख पा रहे तो उनसे पूरे प्रदेश का ध्यान रखने की अपेक्षा कैसले की जा सकती है। 

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