चोरी की गई मूर्तियां प्राण प्रतिष्ठा के बाद दोबारा होंगी मंदिर में स्थापित -मंहत

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मुंडाघाट स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर का बाहरी दृश्य
मुंडाघाट स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर का बाहरी दृश्य

आदर्श हिमाचल ब्यूरो 

शिमला।  मुंडाघाट हनुमान मंदिर से चोरी की गई मूर्तियों  को  वेदोक्त मंत्रों के साथ  प्राण प्रतिष्ठा करके पुनः मंदिर में विराजमान करवाया जाएगा । जो मूर्तियां शातिरों द्वारा जानबूझकर खंडित की गई है उसकी भी दुबारा से मुरम्मत करवाई जाएगी । यह जानकारी मंदिर के मंहत गंगादास ने सोमवार को विशेष बातचीत के दौरान दी ।  हनुमान सहित अन्य मूर्तियों को एक सप्ताह में बरामद करने के लिए मंहत गंगादास द्वारा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तथा पुलिस टीम का आभार व्यक्त किया गया है ।

उन्होंने कहा कि शातिरों द्वारा मंदिर से पत्थर की पिंडी भी चुरा कर ले गए थे लेकिन यह अमूल्य पिंडी अपराधियों ने कहीं फैंक दी गई है। उन्होने सरकार से आग्रह किेया है कि जब तक अपराधियों से पिंडी को बरामद न किया जाए तब इन सभी अपराधियों को पुलिस कस्टडी में रखा जाए। मंहत ने कहा कि पिंडी का ही इस मंदिर में बहुत महत्व रहा है जिसे रियासत काल में महात्मा द्वारा स्थापित किया गया था ।

मुंडाघाट स्थित  प्राचीन हनुमान मंदिर का बाहरी दृश्य
मुंडाघाट स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर का बाहरी दृश्य

उन्होने कहा कि यह मंदिर करीब डेढ सौ पुराना है जिसमें रियासत काल से  क्षेत्र के लोगों की आस्था व श्रद्धा जुड़ी है । उन्होने जानकारी दी  कि गत 11 सिंतबर की रा़ित्र को करीब तीन बजे शातिरों द्वारा मंदिर से मूर्तियों को चुराया गया । जिसमें प्रमुख रूप से हनुमान, राघा कृष्ण, शिव पार्वति तथा नंद गोपाल की चार प्राचीन अष्टधातु की  मूर्तियों के अतिरिक्त चांदी का मुकुट, चौकी और छ़त्र इत्यादि सामान शामिल था । मंहत ने कहा कि ईश्वर के घर में देर है अंधेर नहीं है । शातिरों ने  भगवान की मूर्तियों की चोरी करके लोगों की आस्था को ठेस पंहुचाई है।

मंदिर समिति के अध्यक्ष सूरत सिंह, भंडारी लच्छी राम, पूर्व प्रधान बिशन ठाकुर, भूपराम नंबरदार सहित क्षेत्र ने सभी लोगों द्वारा पुलिस के प्रयासों की सराहना की गई है । प्राचीन मूूर्तियों के बरामद होने से पूरे क्षेत्र में प्रसन्नता का महौल है और लोगों द्वारा मूर्तियों के बरामद होने पर हनुमान शक्ति  की अपार शक्ति बारे में भिन्न भिन्न तर्क दिए जा रहे हैं ।