आउटसोर्स कर्मचारी को बैक-डोर एंटरी कहना बंद करें बैरोजगार संघः सुशील विक्टा प्रधान आउटसोर्स संघ

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो ,

शिमला । प्रदेश में आउटसोर्स पर विभिन्न विभागों मे लगे कर्मचारियों के लिए सरकार 20 वषों बाद जब नीति बनाने मे लगी तो उस पर बेरोजगार संघ ये ब्यानबाजी करने लगे हैं कि आउटसोर्स कर्मचारी एक बैक-डोर एंटरी है। जबकि ये आउटसोर्स कर्मचारियों पर एक घिनौना इल्जाम है। आउटसोर्स कर्मचारी किसी भी विभाग, बोर्डो, कॉरपोरशन, व सोसाइटियांे में पीछे के रास्ते से नही बल्कि सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त कंम्पनियों तथा सरकार द्वारा दिए गए दिशा निदेंशों के अनुसार सभी नियमों का पालन करते हुए उसकी शैक्षिणक योग्यता, व्यवसायिक योग्यता और इसके साथ-साथ जलचपदह जमेज और बवउचनजमत जमेज प्रक्रिया पूरी करने के बाद विभाग में रखा जाता है तो बेरोजगार संघ यह बताने की कृपा करें कि आउटसोर्स एक बैक-डोर एंटरी कैसे हुई?

आउटसोर्स में भी यदि 5 पदों की रिक्वारमैट विभाग देता है तो कंम्पनी द्वारा इटरव्यु के लिए कम से कम 50-100 लोग बुलाए जाते है। जिनमे से सिर्फ 5 लोंगों की सिलैक्शन होती है।

 

विभागों मे प्रत्येक सीट जिम्मेदारी वाली होती है जिसे आउटसोर्स कर्मचारी पूर्ण निष्ठा और नैतिकता के साथ डील करता है। आउटसोर्स कर्मचारी भी रेगुलर कर्मचारियों की तरह विभिन्न विभाग, बोर्डो, कॉरपोरशन, व सोसाइटियों में अपनी सेवाएं पूर्ण रूप से निभा रहा है इसके बदले में उसे रेगुलर कर्मचारियों की तरह कोइ भी सुविधाएं प्रदान नहीं की जा रही है।

 

आउटसोर्स कर्मचारी बेरोजगार संघ से यह आग्रह करता है कि वह बार – बार आउटसोर्स कर्मचारियों को बैक-डोर एंटरी कहना बंद करे और आउटसोर्स की भर्ती की पूर्ण प्रक्रीया की पहले पूरी जानकारी हासिल करें और फिर उस पर अपने विचार प्रकट करें।