शैक्षणिक भ्रमण पर एपीजी शिमला विश्वविद्यालय पहुंची पोर्टमोर स्कूल की छात्राएं

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो,

शिमला।  पोर्टमोर स्कूली छात्राओं का दल अपनी शिक्षकों के साथ शुक्रवार को शैक्षणिक भ्रमण पर एपीजी शिमला विश्वविद्यालय पहुंचा, जहां बारहवीं कक्षा की छात्राओं को एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने विभिन्न संकायों व प्रायोगिक लैबों का भ्रमण कराया। इस दौरान बच्चों को फोरेंसिक तकनीक के माध्यम से अपराधों और अपराधी के अपराध का पता लगाने बारे वैज्ञानिक जानकारी दी गई। वहीं होटल मैनेजमेंट एवं हॉस्पिटैलिटी विभाग में छात्राओं को होटल मैनेजमेंट व विभिन्न पकवानों को तैयार करने बारे जानकारी दी गई।

वहीं इसके बाद सभी छात्रों को इंजीनियरिंग लैब ले जाया गया, जहां उन्हें इस इंजीनियरिंग की विभिन्न तकनीकों बारे जानकारी दी गई। सभी विभागों में लैबों में हो रहे प्रायोगिक कार्यों और विशाल व सुरम्य विश्ववविद्यालय परिसर और पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में स्थापित मीडिया स्टूडियो व मीडिया प्रोडक्शन और कैंपस रेडियो को देखकर बच्चे काफी उत्साहित दिखे।

इधर शिक्षकों ने बताया कि लैब में पढ़ाई के साथ छात्र-छात्राओं को प्रैक्टिकल में शामिल किया जाता है। वहीं लैब समेत पूरे परिसर का भ्रमण कराने के बाद सभी बच्चों को विश्वविद्यालय के सभागार में ले जाया गया, जहां एपीजी शिमला विश्वविद्यालय की पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की ओर से सभी विभागों की उपलब्धियों ‘ बारे विश्वविद्यालय के सभागार में टेली फ़िल्म भी दिखाई गई।

इस दौरान एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. रमेश चौहान ने सभी बच्चों का स्वागत किया, जबकि अपने सम्बोधन में कुलपति प्रो. चौहान ने बच्चों को फोरेंसिक विज्ञान, डिजिटल मीडिया, क्लाउड कंप्यूटिंग के महत्व के बारे में जानकारी देते हुए इन क्षेत्रों में करियर की असीम संभावनाओं की बात कही। उन्होंने कहा कि पूरी ईमानदारी और कड़ी मेहनत करके इन क्षेत्रों में आगे आने पर कई विकल्प तैयार हो जाते हैं।

वहीं कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार पॉल ने कहा कि आज ऐसे विषयों को पढ़ाने की जरूरत है जो नव-पीढ़ी को आत्मनिर्भर और रोजगार सृजन कर सके और इस दिशा में हम सब की बड़ी जिम्मेदारी है, जबकि आने वाले समय में इस दिशा में युवाओं की अहम भूमिका होगी। इधर फोरेंसिक विज्ञान की अधिष्ठाता डॉ. रोहिणी धरेला ने छात्राओं को फोरेंसिक विज्ञान में करियर संवारने के लिए कई टिप्स और महत्वपूर्ण जानकारी दी। इसके अलावा स्कूल प्रबंधन की ओर से —– ने शैक्षणिक भ्रमण में सहयोग के लिए एपीजी शिमला विश्वविद्यालय प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया। साथ ही कहा कि आईटी, इंजीनियरिंग और मेडिकल के अलावा फोरेंसिक विज्ञान, एडवांस कंप्यूटिंग, डिजिटल मीडिया, प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी, इंजिनीरिंग, मैनेजमेंट के क्षेत्र में असीम संभावनाओं को देखते हुए छात्र छात्रा इसे अपने करियर के रूप में चुनकर आगे बढ़ सकते है। इस दौरान विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक, विभागाध्यक्ष, अधिष्ठाता और एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के मुख्य सलाहकार इंजीनियर विक्रांत सुमन और काफी संख्या में विश्वविद्यालय के छात्र छात्राएं मौजूद रहे।