आत्महत्या! स्कूली छात्रा और एक सरकारी कर्मचारी ने फंदा लगाकर दी जान 

पोस्टमार्टम करने के बाद दोनों शवों को सौंपा जाएगा उनके परिजनों को 

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पोस्टमार्टम करने के बाद दोनों शवों को सौंपा जाएगा उनके परिजनों को 
आदर्श हिमाचल ब्यूरो 
शिमला।  राजधानी शिमला में आत्महत्या के दो अलग मामले आए हैं जिससे राजधानी में हड़कंप मचा हुआ है। पहला मामला 14 वर्षीय स्कूली छात्रा का हैं जोकि नौवीं कक्षा में पढ़ती थी और फंदे से हुए लटकी मिली है। यह छात्रा तहसील भोरंज के जिला हमीरपुर की रहने वाली थी और अपने माता-पिता के साथ शिमला में रह रही थी। घटना के समय छात्रा घर पर अकेली थी जबकि उसके माता-पिता बाहर गए थे। हालांकि छात्रा के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। छात्रा ने आत्महत्या क्यों की इसकी जानकारी अभी नहीं पता चल पाई है। परिजनों के मुताबिक शाम सवा छह बजे उसकी माता ने छात्रा को फोन किया तो उसने  नहीं उठाया। इसके बाद पिता घर पहुंचे तो दरवाजा अंदर से बंद था। इसके बाद छत से पिता कमरे में गया तो देखकर होश उड़ गए। बेटी बाथरूम में फंदे से लटकी थी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।  बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया।
 वहीं दूसरा मामला एक सरकारी कर्मचारी का हैं जोकि जिला कांगड़ा के नगरोटा का रहने वाला था । सरकारी कर्मचारी की पहचान अभिषेक के रूप में हुई हैं जोकि 27 साल का था तथा खाद्य आपूर्ति विभाग में बतौर डाटा आपरेटर कार्यरत था। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला है। इसमें कर्मचारी ने मानसिक तनाव आत्महत्या का कारण बताया है।अभिषेक शिमला के मैहली में किराये के मकान में रहता था तथा दो दिनों से वह दफतर भी नहीं जा रहा था। साथी कर्मचारियों ने इसे फोन किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। वीरवार रात करीब आठ बजे साथी कर्मी उसे ढूंढने आए तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़ा तो अभिषेक कमरे में पंखे से फंदा लगाकर लटका पड़ा था।
थाना प्रभारी ममता रघुवंशी ने बताया कि घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य एकत्रित किए हैं तथा हादसे के कारणों की जांच जारी है। सहायक पुलिस अधीक्षक सुनील नेगी ने बताया कि शुक्रवार को दोनों शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंपे जाएंगे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह सामने आएगी।